भारत इसी साल बनेगा दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश : UN
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) ने 19 अप्रैल, 2023 को अपनी वार्षिक विश्व जनसंख्या स्थिति (State of World Population – SOWP) रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार जनसँख्या के मामले में इसी साल भारत चीन को पछाड़ देगा। यह रिपोर्ट दुनिया की आबादी की वर्तमान स्थिति और अनुमानों पर केंद्रित है, जिसमें सतत विकास के रुझान, चुनौतियाँ और अवसर शामिल हैं। इस रिपोर्ट में जनसांख्यिकी, प्रवासन, स्वास्थ्य, लिंग और मानवाधिकारों सहित कई विषयों को शामिल किया गया है।
वर्तमान वैश्विक जनसंख्या और जनसांख्यिकी
UNFPA की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान वैश्विक जनसंख्या 8,045 मिलियन है। जनसंख्या का सबसे बड़ा हिस्सा 15 से 64 वर्ष की आयु के बीच है, जो दुनिया की 65% आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया, मध्य और दक्षिणी एशिया में सबसे बड़ी आबादी है, 2022 में प्रत्येक में 1.4 बिलियन से अधिक लोग हैं।
प्रजनन दर और प्रतिस्थापन स्तर
रिपोर्ट प्रतिस्थापन प्रजनन दर पर प्रकाश डालती है, जो एक स्थिर जनसंख्या स्तर को बनाए रखने के लिए एक महिला के लिए आवश्यक बच्चों की संख्या है। प्रतिस्थापन प्रजनन दर प्रति महिला 2.1 बच्चे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की 60% आबादी ऐसे क्षेत्र में रहती है जहां प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर से नीचे है, जिसका जनसंख्या वृद्धि और आर्थिक विकास पर प्रभाव पड़ सकता है।
प्रवासन और जनसंख्या वृद्धि
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन को कई देशों में जनसंख्या वृद्धि के चालक के रूप में पहचाना जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने 2010 और 2021 के बीच प्रवासियों का उच्चतम शुद्ध प्रवाह देखा है। रिपोर्ट में उन चुनौतियों और अवसरों पर भी प्रकाश डाला गया है जो प्रवासन ला सकता है, जिसमें आर्थिक लाभ और सामाजिक सामंजस्य शामिल है।
जीवन प्रत्याशा और वृद्ध जनसंख्या
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों के लिए वर्तमान जीवन प्रत्याशा 71 वर्ष है। 2021 में नवजात शिशुओं की सबसे अधिक संख्या एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में थी, जो इन क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में निवेश की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। 2050 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनुमानित औसत दीर्घायु विश्व स्तर पर लगभग 77.2 वर्ष है।
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