भारत और ओमान के बीच ईस्टर्न ब्रिज- VI (Eastern Bridge) हवाई अभ्यास शुरू हुआ

भारतीय वायु सेना (IAF) और रॉयल एयर फ़ोर्स ऑफ़ ओमान (RAFO) इंटरऑपरेबिलिटी के माध्यम से परिचालन दक्षता को बढ़ाने के लिए एक द्विपक्षीय अभ्यास नाम “ईस्टर्न ब्रिज- VI” में भाग ले रही हैं।

मुख्य बिंदु

  • ईस्टर्न ब्रिज- VI वायु अभ्यास 21 फरवरी, 2022 से शुरू हुआ है और यह 25 फरवरी को समाप्त होगा।
  • यह अभ्यास का छठवां संस्करण है, जो वायु सेना स्टेशन जोधपुर में हो रहा है।

अभ्यास का उद्देश्य

यह अभ्यास दोनों वायु सेनाओं के बीच परिचालन क्षमता के साथ-साथ अंतःक्रियाशीलता (interoperability) बढ़ाने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।

महत्व

इस अभ्यास में IAF और RAFO की भागीदारी परिचालन ज्ञान में वृद्धि और अनुभवों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगी। इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध भी मजबूत होंगे। यह दोनों वायु सेनाओं को एक दूसरे से सर्वोत्तम अभ्यास सीखने और एक साथ काम करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

अभ्यास का पिछला संस्करण

ईस्टर्न ब्रिज V को 2019 में ओमान के एयर फ़ोर्स बेस मसीरा में आयोजित किया गया था। IAF की टुकड़ी में मिग -29 और C-17 विमान शामिल थे। यह पहली बार था जब MIG-29 लड़ाकू विमानों ने भारत के बाहर अंतर्राष्ट्रीय अभ्यास में भाग लिया।

भारत-ओमान रक्षा साझेदारी  

ओमान खाड़ी क्षेत्र में भारत के सबसे मजबूत रक्षा भागीदारों में से एक है। भारत की तीनों सेवाओं का ओमान की सेवाओं के साथ द्विपक्षीय आदान-प्रदान और अभ्यास है। ओमान  अरब सागर में भारतीय नौसेना को परिचालन सहायता प्रदान करता है। डुक्म बंदरगाह तक भारत की पहुंच है। इस बंदरगाह ने हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की क्षमता और समुद्री रणनीति को मजबूत किया है।

Categories:

Tags: , , , , , , , ,

Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *