भारत का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर ‘INS विक्रांत’ 2022 में कमीशन किया जायेगा
क्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार भारत का पहला स्वदेशी विमान वाहक (IAC) ‘INS विक्रांत’ 2022 में कमीशन किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- रक्षा मंत्री ने इस उपलब्धि को भारत का गौरव और आत्मनिर्भर भारत का एक ज्वलंत उदाहरण बताया।
- स्वदेशी विमान वाहक की कमीशनिंग भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के लिए एक उचित श्रद्धांजलि होगी।
आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant)
INS विक्रांत को स्वदेशी विमान वाहक 1 (IAC-1) भी कहा जाता है। इस विमानवाहक पोत का निर्माण भारतीय नौसेना के लिए कोच्चि, केरल में कोचीन शिपयार्ड द्वारा किया जा रहा है। यह भारत में बनने वाला पहला एयरक्राफ्ट कैरियर होगा। IAC का आदर्श वाक्य ‘जयमा सम युद्धि स्पर्धा:’ है। यह ऋग्वेद 1.8.3 से लिया गया है।
पृष्ठभूमि
विक्रांत के डिजाइन पर काम 1999 में शुरू हुआ था। इसकी नींव फरवरी, 2009 में रखी गई थी। इसे दिसंबर 2011 में सूखी गोदी से बाहर निकाला गया था और अगस्त 2013 में लॉन्च किया गया था। इसका बेसिन परीक्षण दिसंबर 2020 में पूरा किया गया था। यह समुद्री परीक्षणों से गुजरेगा। 2022 के अंत तक और 2022 के अंत तक इसे सेवा में प्रवेश करने की उम्मीद है।
प्रोजेक्ट सीबर्ड (Project Seabird)
रक्षा मंत्री ने नौसेना के “प्रोजेक्ट सीबर्ड” के तहत आईएनएस कदंबा में चल रही कई परियोजनाओं का हवाई सर्वेक्षण किया।
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