भारत ने मत्स्य प्रबंधन के लिए विश्व व्यापार संगठन में प्रस्ताव प्रस्तुत किया
भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में हानिकारक मत्स्य पालन सब्सिडी पर प्रतिबंध लगाने पर चल रही वार्ताओं पर अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
मुख्य बिंदु
- भारत द्वारा प्रस्तावित सीमा स्तर देश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चीन को बाहर करेगा।
- भारत ने तटीय राज्यों के मत्स्य प्रबंधन के मामलों में विवाद निपटान पैनल की भूमिका को सीमित करने का सुझाव दिया है।
- यह भी सुझाव दिया गया है कि एक सदस्य को इस मामले पर अपनी संप्रभुता बनाए रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।
भारत के स्वीकृत प्रस्ताव
भारत ने इससे पहले देशों को उनकी राष्ट्रीय आय के आधार पर सब्सिडी में कटौती की छूट देने का प्रस्ताव दिया है। हालाँकि, इस प्रस्ताव की कुछ विकसित राष्ट्रों ने आलोचना की थी। लेकिन, इस पर विचार-विमर्श करने के लिए वार्ता समिति के अध्यक्ष द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है।
विश्व व्यापार संगठन में मत्स्य पालन वार्ता में भारत की भूमिका
भारत विश्व व्यापार संगठन की मत्स्य वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सब्सिडी को सीमित करने के लिए एक समझौते के रूप में यह महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका भारतीय मछुआरों की आजीविका पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। भारत द्वारा दो प्रस्ताव प्रमुख हैं जो कमजोर मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। यह राष्ट्र की संप्रभुता की भी रक्षा करते है।
क्षेत्रीय मत्स्य प्रबंधन संगठन (RFMO)
RFMO वे अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं, इनका निर्माण उन देशों द्वारा किया गया है जिनका एक क्षेत्र में मछली पकड़ने से सम्बंधित हित निहित है।
Categories: अर्थव्यवस्था करेंट अफेयर्स
Tags:RFMO , WTO , क्षेत्रीय मत्स्य प्रबंधन संगठन , विश्व व्यापार संगठन