भारत में बैडमिंटन का इतिहास
क्रिकेट के बाद बैडमिंटन भारत में दूसरा सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल माना जाता है। भारत में बैडमिंटन का इतिहास बताता है कि खेल के समकालीन संस्करण का आविष्कार महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में हुआ था। पुणे में तैनात ब्रिटिश सेना के अधिकारियों ने 19वीं शताब्दी में बैडमिंटन को उसका वर्तमान स्वरूप दिया और प्रतिस्पर्धात्मक रूप से खेला।
भारत में बैडमिंटन का आधुनिक इतिहास
बैडमिंटन के खेल का नाम इंग्लैंड के ग्लॉस्टरशायर में बैडमिंटन हाउस से मिलता है, जो ड्यूक ऑफ ब्यूफोर्ट का घर था। भारत में बैडमिंटन का परिचय निश्चित रूप से वर्ष 1873 में शुरू किया गया था, जब ड्यूक ऑफ ब्यूफोर्ट ने अपने निवास, बैडमिंटन हाउस में एक लॉन पार्टी में इसकी मेजबानी की। 1877 में ‘बाथ बैडमिंटन क्लब’ नामक बैडमिंटन को समर्पित पहला क्लब स्थापित किया गया था। बैडमिंटन का खेल कुछ विशिष्ट क्लबों में एक मनोरंजक गतिविधि के रूप में शुरू हुआ। इसने 1920 के दशक के आसपास भारत में कुछ संगठन हासिल कर लिए, और एक दशक के समय में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर टूर्नामेंट आयोजित किए गए। वर्तमान में, भारत में बैडमिंटन के खेल का प्रबंधन भारतीय बैडमिंटन संघ द्वारा किया जाता है। खेल अब भारत में सर्वव्यापी है, और देश में प्रकाश पादुकोण, चेतन आनंद, साइना नेहवाल, पुलेला गोपीचंद जैसे कई विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं।