भारत में हॉकी
भारत में हॉकी को सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक माना जाता है। भारत ने हॉकी के खेल में उत्कृष्टता दिखाकर दुनिया भर में काफी पहचान बनाई है। भारत में हॉकी ने अपनी यात्रा वर्षों पहले शुरू की थी। 19वीं शताब्दी में अंग्रेजों ने भारत में हॉकी की शुरुआत की। भारत में हॉकी ने खुद को लोकप्रिय बाहरी औपनिवेशिक खेलों में से एक के रूप में स्थापित किया।
भारत में हॉकी का इतिहास
भारत में पहला हॉकी क्लब 1885-86 में कोलकाता में स्थापित किया गया था और जल्द ही मुंबई और पंजाब जैसे शहरों में और क्लब स्थापित किए गए। बंगाल हॉकी भारत में पहला हॉकी संघ था और यह वर्ष 1908 में अस्तित्व में आया। इसके बाद कई अन्य हॉकी संघों को विभिन्न भारतीय राज्यों जैसे मुंबई, महाराष्ट्र, बिहार, ओडिशा और दिल्ली में पेश किया गया। भारतीयों ने इस खेल में अपनी उत्कृष्टता दिखाना शुरू कर दिया और भारतीय हॉकी टीम को 1928 में ओलंपिक खेलों में खेलने का मौका मिला। एम्स्टर्डम में ओलंपिक खेलों में पदार्पण करते हुए भारतीय हॉकी टीम ने एक भी गोल गंवाए बिना अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता। भारत की इस महान जीत में सर्वकालिक महान भारतीय हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद थे। 1928 के ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारतीय हॉकी टीम ने अगले कई वर्षों तक अपना दबदबा कायम रखा। भारत ने 1928 से 1956 तक लगातार छह ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते और इस अवधि के दौरान ओलंपिक खेलों में लगातार 24 मैच जीते। भारत में हॉकी के पूरे इतिहास में इस अवधि को सबसे गौरवशाली और स्वर्ण युग माना जाता है।
भारतीय राष्ट्रीय फील्ड हॉकी टीम ओलंपिक खेलों के अलावा भारतीय हॉकी टीम ने कई अन्य प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में भी शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने सुल्तान अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट, चैंपियंस ट्रॉफी और विश्व कप आदि जैसे टूर्नामेंटों में असाधारण प्रदर्शन किया है और हॉकी की दुनिया से काफी प्रतिष्ठा अर्जित की है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के अलावा भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी विभिन्न टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन किया है और देश के लिए गौरव अर्जित किया है। भारतीय हॉकी महासंघ की स्थापना के साथ भारत में हॉकी ने और विकास देखा। भारत ने अब तक बड़ी संख्या में महान हॉकी खिलाड़ी तैयार किए हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में काफी पहचान और प्रतिष्ठा अर्जित की है। खिलाड़ियों ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय टूर्नामेंटों में अपनी प्रतिभा दिखाई है और कई हॉकी प्रेमियों का दिल जीता है।
आइस हॉकी ज्यादातर भारत के उत्तर में शिमला, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर जैसी जगहों पर खेली जाती है, जहां ठंड का मौसम होता है और खेल बाहर खेला जा सकता है।