भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य, ओडिशा

भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में ब्राह्मणी-बैतरणी नदी के मुहाना क्षेत्र में स्थित है। यह भारत और ओडिशा के प्रसिद्ध अभयारण्यों में से एक है। अभयारण्य 650 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह भारत के कुछ अभयारण्यों में से एक है जो मगरमच्छों, कछुओं और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों का निवास स्थान है। इस क्षेत्र को वर्ष 1975 में एक अभयारण्य घोषित किया गया था। वन्यजीव अभयारण्य के रूप में मान्यता प्राप्त होने के बाद इस क्षेत्र को 1998 में एक राष्ट्रीय उद्यान में बदल दिया गया था।
भितरकनिका अभयारण्य के वनस्पति और जीव
भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य राज्य का एक महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र है। इसमें मैंग्रोव की 75 में से 63 किस्में शामिल हैं। अभयारण्य में कई विशाल खारे पानी के मगरमच्छ और लुप्तप्राय कछुए हैं। डांगमार द्वीप मगरमच्छों के लिए एक अद्भुत प्रजनन स्थल और संरक्षण स्थल है। सरीसृपों के अलावा, भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य में कई स्तनधारी, पक्षी, उभयचर और मछली भी हैं। इस क्षेत्र में पाए जाने वाले कुछ स्तनधारियों में हाइना, फिशिंग कैट, जंगल कैट, स्मूथ कोटेड ओटर, इंडियन साही, जंगली सूअर, चित्तीदार हिरण और सांभर हैं। लुप्तप्राय सारस भी भितरकनिका वन्यजीव अभयारण्य में ओए जाते हैं। इस क्षेत्र में पाई जाने वाली अन्य प्रजातियां अजगर, हिरण, गौरैया, बगुले, सारस, समुद्री ईगल और चीलआदि पाये जाते हैं।
वन्यजीव अभयारण्य कई नहरों, खाड़ियों और नालों से घिरा हुआ है।

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