भूटान ने 16 दिनों में 93% वयस्कों का टीकाकरण कराया

भूटान ने हाल ही में 93% वयस्क आबादी का टीकाकरण पूरा किया है।

भूटान अपने टीकाकरण कार्यक्रम में कैसे सफल हुआ?

  • भूटान की जनसंख्या बेहद छोटी है।देश में तेजी से टीकाकरण के पीछे यह एक मुख्य कारण है।
  • इसके अलावा, इस सफलता में “डेसअप्स” (Dessuups) की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है।
  • जनवरी 2021 में, भूटान को भारत से एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन की 1,50,000 खुराक मिली थी।

डेसअप्स (Dessuups)  क्या है?

वे एक नारंगी वर्दी पहने प्रशिक्षित स्वयंसेवक हैं। डेसअप कार्यक्रम पहली बार 2011 में शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत, भूटान ने अब तक 4,457 लोगों को प्रशिक्षित किया है।

भारत-भूटान

भूटान के टीकाकरण की सफलता में भारत की प्रमुख भूमिका है। भारत लगातार रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भूटान का समर्थन करता रहा है।

भूटान को 2021 में अपना खुद का उपग्रह लॉन्च करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन से मदद मिल रही है। भारत और भूटान संयुक्त रूप से INS-2B विकसित कर रहे हैं। इसके एक भाग के रूप में, भूटान के वैज्ञानिकों को भारत में प्रशिक्षित किया गया था।

डोकलाम संकट के दौरान भारत भूटान के साथ खड़ा था। डोकलाम चीन और भूटान के बीच एक विवादित क्षेत्र है। भारत डोकलाम पर दावा नहीं करता है, लेकिन इस क्षेत्र पर भूटान के दावे का समर्थन करता है। स्टैंड ऑफ के दौरान, भारत ने ऑपरेशन जुनिपर (Operation Juniper) लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन के तहत, भारत ने चीनी सैनिकों को विवादित क्षेत्र (चीन और भूटान के बीच विवाद) में सड़क बनाने से रोकने के लिए 270 भारतीय सैनिकों को भेजा था।

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