मोरीगांव जिला, असम
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मोरीगांव जिला असम का एक प्रशासनिक जिला है। यह जिला उत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी से, दक्षिण में कार्बी आंगलोंग जिले से, पूर्व में नगांव जिले से और पश्चिम में कामरूप जिले से घिरा है। मोरीगांव जिला कृषि प्रधान जिला है। जिले का मुख्यालय मोरीगांव शहर दिसपुर से 78 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मोरीगांव जिला 26 जनवरी 1972 से नागांव जिले का एक उप-मंडल था। मोरीगांव जिले का कुल क्षेत्रफल लगभग 1450 वर्ग किमी है।
मोरीगांव जिले का भूगोल
मोरीगांव जिले का बड़ा हिस्सा एक जलोढ़ मैदान है जो कई बील और दलदल, कई नदियों और जलमार्गों से युक्त है। ब्रह्मपुत्र नदी जिले की उत्तरी सीमा के साथ बहती है। किलिंग, कोल्लोंग और कपिली नदियाँ जिले के दक्षिणी भाग से होकर बहती हैं। मोरीगांव जिले का सामान्य स्वरूप अत्यंत सुरम्य है। असम वन विनियमन अधिनियम, 1891 के तहत गठित तीन आरक्षित वन सुनाइकुची, खुलाहाट और बुरा मायोंग हैं। यहां एक वन्यजीव अभयारण्य भी है, जिसका नाम पबितोरा अभयारण्य है, जो भारतीय एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है।
मोरीगांव जिले की जनसांख्यिकी
वर्ष 2011 में जनसंख्या जनगणना के अनुसार, मोरीगांव जिले की जनसंख्या 957,853 थी, जिसमें पुरुष और महिला क्रमशः 485,328 और 472,525 थे। मोरीगांव जिले की जनसंख्या असम की कुल जनसंख्या का 3.07 प्रतिशत है। 2011 के लिए मोरीगांव जिले का जनसंख्या घनत्व 618 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।
मोरीगांव जिले में पर्यटन
मोरीगांव जिले के कुछ मुख्य आकर्षणों में पबितोरा वन्यजीव अभयारण्य, पाटेकीबोरी थान, देवसल, कचशिला हिल, सीताजाखला शामिल हैं।