मौखरी राजवंश
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मौखरी राजवंश
मौखरी राजवंश ने गुप्तकाल के बाद उत्तर भारत के एक बड़े भू-भाग पर शासन किया। मौखरी वंश की स्थापना लगभग 550 ईसवी में की गयी थी। लगभग 800 ईसवी में यह वंश समाप्त हो गया था। छठवीं सदी के आरम्भ में मौखरी राजवंश की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र कन्नौज था, सबसे पहले इसी स्थान पर मौखरी वंश का प्रभुत्व स्थापित हुआ था। वर्तमान उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्से पर मौखरी राजवंश का शासन था। इसके अतिरिक्त मगध पर भी इनका शासन था।
606 ईसवी में मौखरी शासकों द्वारा के एक बड़े भू-भाग पर उत्तर गुप्त शासकों ने कब्ज़ा किया। मौखरी राजवंश के प्रमुख शासक हरि वर्मन, आदित्य वर्मन, ईश्वर वर्मन, ईशान वर्मन, अवन्ती वर्मन तथा ग्रह वर्मन।