यूनेस्को शेख मुजीबुर रहमान के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार लांच करेगा
यूनेस्को ने बांग्लादेश के पिता कहे जाने वाले शेख मुजीबुर रहमान के नाम पर ‘रचनातमक अर्थव्यवस्था’ के क्षेत्र में एक पुरस्कार शुरू करने का निर्णय लिया है। यह पुरस्कार नवम्बर 2021 में शुरू किया जायेगा, इस पुरस्कार के विजेता को 50,000 डॉलर प्रदान किये जायेंगे।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) संयुक्त राष्ट्र संगठन है, जो दुनिया भर में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को संरक्षित रखने में मदद करता है। यह फ्रांस में स्थित बहु-राष्ट्र एजेंसी है, जिसकी स्थापना वर्ष 1945 में की गयी थी। यह साक्षरता और यौन शिक्षा के साथ-साथ दुनिया भर के देशों में लैंगिक समानता में सुधार को बढ़ावा देता है। यह विश्व धरोहर स्थलों को पहचानने और प्राचीन खंडहर, गांवों और मंदिरों, और ऐतिहासिक स्थलों जैसे सांस्कृतिक और विरासत स्थलों को संरक्षित करने के लिए भी पहचाना जाता है।
बंगबंधु
शेख मुजबुर रहमान बांग्लादेशी राजनेता थे। उन्हें बांग्लादेश का पिता कहा जाता है। वह बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति थे और बाद में उन्होंने 1971 और 1975 के बीच बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। 1975 में उनकी हत्या कर दी गई थी।
1970 में पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में हुए चुनाव में, बंगबंधु के नेतृत्व में अवामी लीग पार्टी ने चुनाव जीता। जुल्फिकार अली भुट्टो के नेतृत्व में पाकिस्तान सरकार ने बांग्लादेश को अधिक स्वायत्तता देना और अन्य मांगों को प्रदान करने में संकोच किया। यह 1971 के युद्ध का आधार था जहां भारत ने बांग्लादेश के साथ हाथ मिलाया था।
बंगबंधु ने अपनी आत्मकथा के दो खंड लिखे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी पुत्री तथा बांग्लादेश की मौजूदा प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा पुस्तकें प्रकाशित की गईं।
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