रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हैदराबाद में एडवांस्ड हाइपरसोनिक विंड टनल परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया
हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हैदराबाद में एडवांस्ड हाइपरसोनिक विंड टनल परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया। इस फैसिलिटी में 5 से 12 मैक तक. का सिमुलेशन किया जा सकेगा। भारत अमेरिका और रूस के बाद ऐसा तीसरा देश होगा जिसके पास इस प्रकार की सुविधा होगी।
इसके बाद रक्षा मंत्री ने रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन के मिसाइल काम्प्लेक्स की भी यात्रा ली और विभिन्न कार्यों का जायजा लिया।
मुख्य बिंदु
इसके साथ भारत अमेरिका और रूस के बाद आकार और क्षमता में इतनी बड़ी सुविधा पाने वाला तीसरा देश बन गया है। इस परियोजना का निर्माण स्वदेशी रूप से किया गया है। इस विंड टनल में मिसाइल और एयरक्राफ्ट इत्यादि का परीक्षण किया जा सकता है। इससे एयरक्राफ्ट और मिसाइलों के एयरो-डायनामिक डिजाईन को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और इनके प्रदर्शन में सुधार होगा।
रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO)
रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO) की स्थापना 1958 में की गयी थी, इसका मुख्यालय नई दिल्ली के DRDO भवन में स्थित है। यह भारत सरकार की एजेंसी है। यह सैन्य अनुसन्धान तथा विकास से सम्बंधित कार्य करता है। DRDO का आदर्श वाक्य “बलस्य मूलं विज्ञानं” है। DRDO में 30,000 से अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं। वर्तमान में DRDO के चेयरमैन डॉ. जी. सतीश रेड्डी हैं। DRDO का नियंत्रण केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय के पास है। DRDO की 52 प्रयोगशालाओं का नेटवर्क है।
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