राजा भगवंत दास, आमेर
राजा भगवंत दास आमेर के एक कछवाहा शासक थी। आमेर को बाद में जयपुर के नाम से जाना गया। उनका जन्म 27 जनवरी 1574 को राजा बिहारीमल या भारमल के सबसे बड़े बेटे के रूप में हुआ था और उनकी मृत्यु के बाद उनका उत्तराधिकारी बना। राजा भगवंत दास मुगल सम्राट अकबर के एक सेनापति थे, जिन्होंने उन्हें 1585 में 5000 के मनसब रैंक से सम्मानित किया और उन्हें अमीर-उल-उमरा की उपाधि से सम्मानित किया। राजा भगवंत दास ने अकबर के लिए पंजाब, कश्मीर और अफगानिस्तान की लड़ाई सहित कई लड़ाइयाँ लड़ीं। राजा भगवंत दास काबुल के गवर्नर भी रहे। उन्होंने अपनी बेटी का विवाह राजकुमार सलीम से किया, जिन्होंने बाद में सम्राट जहांगीर के रूप में सिंहासन ग्रहण किया। राजा भगवंत दास की मृत्यु के बाद उनका पुत्र राजा मान सिंह प्रथम उनका उत्तराधिकारी बना।