लखेर जनजाति
लखेर जनजाति कुकी आदिवासी समुदाय से संबंधित हैं और भारत के कई उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों जैसे मिज़ोरम, असम आदि में भी पाए जाते हैं, वे मिज़ोरम के लुशाई हिल्स में रहते हैं। ‘लखेर’ नाम मिज़ो द्वारा दिया गया है।
लखेर जनजाति का समाज
लखेर आदिवासी समुदाय को 6 समूहों में विभाजित किया गया है, जिसमें हाथई, त्लोंगसाई, ज़ुचनगैग, हेमा, सबुए और लिलिया शामिल हैं। कई अन्य आदिवासी समुदायों की तरह ये जनजाति भी विवाह को मुख्य रिवाज मानते हैं।
लखेर जनजाति का व्यवसाय
व्यवसायों में चावल, फूल, पेड़ और बांस की कई किस्मों जैसे विभिन्न खेती शामिल है। इस जनजाति के लोग झूम खेती भी करते हैं। आधुनिक समय में इनहोने नौकरी और व्यापार भी करना शुरू किया है।
लखेर जनजाति के त्योहार
प्रमुख लखेर त्यौहार पझुसता एक दावत है जो वर्ष के अंत में मनाया जाता है।