वाणिज्यिक जूट बीज वितरण योजना लांच की गयी
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने 15 फरवरी, 2021 को वाणिज्यिक जूट बीज वितरण योजना (Commercial Jute Seed Distribution Scheme) शुरू की है।
मुख्य बिंदु
- वाणिज्यिक जूट बीज वितरण योजना को भारतीय जूट निगम और राष्ट्रीय बीज निगम के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के बाद लांच किया गया था।
- वर्ष 2021-22 में 1,000 मीट्रिक टन प्रमाणित जूट के बीज के व्यावसायिक वितरण के लिए वर्ष 2020 में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
- केंद्रीय मंत्री ने इस योजना को लांच करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश में जूट के किसानों की मदद के लिए जूट के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी बढ़ाया है।
- पिछले 6 वर्षों की अवधि में एमएसपी में लगभग 76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- वर्तमान में, वित्त वर्ष 2020-21 में जूट के लिए एमएसपी 4,225 रुपये रखा गया है।वर्ष 2014-15 में 2,400 के एमएसपी की तुलना में यह कीमत दोगुनी हो गई है।
- कपड़ा मंत्री ने यह भी कहा कि जूट के बीज का अत्यधिक उत्पादक संस्करण पूरे देश में लगभग 5 लाख जूट किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा।
हालिया घटनाएँ
कपड़ा मंत्री ने यह भी कहा कि कृषि मंत्रालय और कपड़ा मंत्रालय दोनों जूट के किसानों को अपना समर्थन देने के लिए तालमेल बढ़ा रहे हैं। हाल ही में, केंद्र सरकार ने जूट सामग्री में अनिवार्य पैकेजिंग का निर्णय लिया था। इस कदम से 4 लाख से अधिक किसानों को फायदा होगा। यह लगभग 40 लाख कृषि-आधारित घरों की भी मदद करेगा। इसके अलावा, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के तहत जूट-रेटिंग टैंकों की खुदाई को शामिल किया गया है।
जूट
यह एक प्राकृतिक फाइबर है जिसमें सुनहरा, मुलायम, लंबा होता है। जूट सबसे सस्ता फाइबर है जो पौधे के तने की त्वचा से प्राप्त किया जाता है। जूट को गोल्डन फाइबर भी कहा जाता है। भारत में ‘स्वर्ण फाइबर क्रांति’ जूट उत्पादन से जुड़ी है।
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