विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त संस्थान द्वारा एक अध्ययन में ऊर्जा रूपांतरण उपकरणों में उत्प्रेरक विकसित करने के लिए किस जलीय प्रजाति का उपयोग किया गया है?
उत्तर – मछली
विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान नैनो विज्ञान व प्रौद्योगिकी संस्थान, मोहाली (INST) के वैज्ञानिकों ने हाल ही में पता लगाया है कि ऊर्जा रूपांतरण उपकरणों के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले कुशल इलेक्ट्रो-उत्प्रेरक विकसित करने के लिए मछली के गलफड़े का उपयोग किया जा सकता है। इस प्रकार विकसित उपकरणों के अधिक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल होने का दावा किया जाता है।