वैश्विक कंपनियां 2050 तक जहाजों से उत्सर्जन को कम करेंगी
तेल की बड़ी कंपनियों और बंदरगाह प्राधिकरणों सहित लगभग 150 अग्रणी कंपनियों और संगठनों ने 22 सितंबर, 2021 को वैश्विक शिपिंग उद्योग को 2050 तक पूरी तरह से डीकार्बोनाइज़ करने का आह्वान किया।
मुख्य बिंदु
- विश्व व्यापार का लगभग 90% समुद्र द्वारा ले जाया जाता है, जो दुनिया के CO2 उत्सर्जन वैश्विक शिपिंग का हिस्सा 3% है। इस प्रकार, इस क्षेत्र पर सफाई का दबाव बढ़ रहा है।
IMO का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (International Maritime Organization – IMO) नामक संयुक्त राष्ट्र शिपिंग एजेंसी का लक्ष्य 2050 तक 2008 के स्तर की तुलना में जहाजों से कुल ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन को 50% तक कम करना है। हालांकि, उद्योग समूह सरकारों से कार्रवाई में तेजी लाने का आह्वान कर रहे हैं।
कंपनियों और समूहों द्वारा पहल
नवीनतम पहल में शिपिंग, चार्टरिंग, वित्त, ईंधन उत्पादन और बंदरगाह कंपनियां और समूह यह सुनिश्चित करने के लिए मजबूत उपायों की मांग कर रहे हैं कि यह क्षेत्र पेरिस समझौते द्वारा निर्धारित जलवायु लक्ष्यों को पूरा करेगा। पेरिस समझौता ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस से कम करने का प्रयास करता है।
कॉल टू एक्शन पहल (Call to Action Initiative)
‘कॉल टू एक्शन’ पहल विश्व आर्थिक मंच, गैर-लाभकारी ग्लोबल मैरीटाइम फोरम और अन्य भागीदारों द्वारा विकसित की गई थी। यह कार्रवाई पहल शिपिंग के डीकार्बोनाइजेशन की मांग करती है।
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