शिवपुरम मंदिर, तमिलनाडु
शिवपुरम मंदिर कावेरी नदी के दक्षिण में स्थित तेवरा स्तालम की श्रृंखला में 67 वां है।
किंवदंती: अपने वराह अवतराम में विष्णु ने यहां शिव की पूजा की थी। सृष्टि का कार्य करने से पहले भ्राता ने यहाँ शिव की पूजा की थी। कुबेर ने यहां शिव की पूजा की थी और इसलिए इसका नाम कुबेरपुरी पड़ा।
मंदिर: मंदिर में 1.3 एकड़ का क्षेत्र है और इसमें पांच-स्तरीय राजगोपुरम है। आंतरिक प्राकारम में तीन-स्तरीय गोपुर प्रवेश द्वार है। यहां सुब्रमण्य और गजलक्ष्मी और अन्य लोगों को समर्पित मंदिर हैं। वरमालामूर्ति में पुष्पों से शिव की आराधना करते हुए चरणपुराण की मूर्तिकला प्रतिमा है। भैरव तीर्थ को यहां महत्वपूर्ण माना जाता है।
त्योहार: वार्षिक त्योहार कार्तिक के महीने में मनाया जाता है। शिवरात्रि और नवरात्रि यहाँ मनाए जाने वाले अन्य त्योहार हैं।