शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद बने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस

शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद (Sheikh Khaled bin Mohamed bin Zayed) को हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की तेल समृद्ध राजधानी अबू धाबी का क्राउन प्रिंस नामित किया गया था। वह संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के सबसे बड़े बेटे हैं और उनकी नियुक्ति उन्हें महासंघ के नेता के रूप में पदभार संभालने के लिए अगली पंक्ति में रखती है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

शेख खालिद का जन्म 8 जनवरी 1982 को अबू धाबी में हुआ था। उन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालय शारजाह से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 2014 में किंग्स कॉलेज लंदन में युद्ध अध्ययन विभाग से पीएचडी प्राप्त की। 

शेख खालिद पहले अबू धाबी कार्यकारी परिषद के सदस्य थे। उन्होंने अबू धाबी कार्यकारी कार्यालय के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। वह वर्तमान में सरकारी तेल कंपनी ADNOC के बोर्ड में हैं।

खाड़ी राजशाही में उत्तराधिकार

क्राउन प्रिंस के रूप में शेख खालिद की पसंद खाड़ी अरब राजशाही में देखी गई एक बड़ी प्रवृत्ति को दर्शाती है जहां उत्तराधिकार के लिए प्रत्यक्ष वंश को प्राथमिकता दी जाती है। अब बेटों को भाइयों के ऊपर चुना जा रहा है, यह एक ऐसा कदम है जो पिछली मिसाल को तोड़ता है। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के उदय के साथ सऊदी अरब में ऐसे उदाहरण देखे गए, जिन्होंने अधिक वरिष्ठ शासक परिवार के सदस्यों को दरकिनार कर दिया।

शेख खालिद की नियुक्ति का महत्व

अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के रूप में शेख खालिद की नियुक्ति ने उन्हें महासंघ के नेता के रूप में अपने पिता की जगह लेने की स्थिति में ला दिया है। देश के राजनीतिक और आर्थिक केंद्र के रूप में अबू धाबी के महत्व को देखते हुए, इस कदम से यूएई में सत्ता पर उनके परिवार की पकड़ मजबूत हुई है।

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