श्रीलंका में भारतीय सहायता के साथ इंटर-सिटी ट्रेन सेवा शुरू की गई

श्रीलंका ने भारत की मदद से एक अंतर-शहर रेलवे सेवा का निर्माण किया है। भारत ने इस परियोजना के लिए डीजल इकाइयाँ प्रदान कीं।जाफना और कोलंबो के बीच रेल सेवाएं शुरू की गईं हैं। इससे भारत एक मज़बूत संदेश देना चाहता था कि हिंद महासागर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में उसकी बड़ी भूमिका है।

इंटर-सिटी प्रोजेक्ट

  • यह सेवा माउंट लाविनिया (कोलंबो) और कांकेसंथुराई (जाफना) के बीच शुरू की गई है।
  • भारत ने AC DMUs प्रदान किये, जो कि परियोजना के लिए पूर्ण वातानुकूलित डीजल मल्टीपल यूनिट है।

अन्य परियोजनाएँ

  • राइट्स (RITES) ने भारतीय क्रेडिट लाइन के तहत यात्री डिब्बों की आपूर्ति की। इसने पहले ही 160 में से 120 कोचों की आपूर्ति कर दी थी। RITES का अर्थ Rail India Technical and Economic Service Limited है। इसकी स्थापना 1974 में हुई थी। राइट्स का स्वामित्व रेल मंत्रालय के पास है। इसे शुरू में भारत और विदेशों में ऑपरेटरों को परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाया गया था। बाद में इसे अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं जैसे बंदरगाहों, हवाई अड्डों, शहरी नियोजन और राजमार्गों की योजना बनाने के लिए बढ़ा दिया गया।
  • इरकॉन (IRCON) महो अनुराधापुरा और ओमानथाई के बीच रेलवे ट्रैक को अपग्रेड कर रहा है। IRCON का अर्थ Indian Railways Construction Limited है।इसका स्वामित्व भारतीय रेलवे के पास है। यह एक निर्माण और इंजीनियरिंग निगम है। यह भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित किया गया था।

भारत-श्रीलंका हालिया घटनाक्रम

  • वर्तमान में, भारत श्रीलंका में 3.5 बिलियन डालर मूल्य की परियोजनाओं का विकास कर रहा है। इनमें से 570 मिलियन अमरीकी डालर अनुदान हैं।
  • साथ ही भारत श्रीलंका में रेलवे का नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। यह श्रीलंका को अपने रेलवे के आधुनिकीकरण में भी मदद कर रहा है।
  • भारत की आवास परियोजना के तहत श्रीलंका में 50,000 घर बनाये जायेंगे। युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में यह मकान बनाए जायेंगे।
  • भारत ने कुल मिलाकर 1,372 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई है। यह भारत सरकार द्वारा विदेश में शुरू की गई सबसे बड़ी परियोजना है।

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