समुद्री स्थानिक योजना ढांचा (Marine Spatial Planning Framework) क्या है?

मानव गतिविधियों के लिए समुद्री क्षेत्रों में स्थान आवंटित करने की प्रक्रिया को समुद्री स्थानिक योजना ढांचा (Marine Spatial Planning Framework – MSPF) कहा जाता है। यह स्थान आर्थिक उद्देश्यों, पारिस्थितिक उद्देश्यों या सामाजिक उद्देश्यों के लिए आवंटित किया गया है। ढांचे के प्रमुख तत्व पारिस्थितिकी तंत्र-आधारित योजनाएँ, एकीकृत योजनाएँ, क्षेत्र-आधारित योजनाएँ, रणनीतिक योजनाएँ और अनुकूली और भागीदारी योजनाएँ हैं।

यह ख़बरों में क्यों है?

भारत में पहला MSPF हाल ही में पुडुचेरी में लॉन्च किया गया था। इस योजना को भारत और नॉर्वे मिलकर लागू करेंगे। इसे इंडो-नॉर्वे ओशन इनिशिएटिव (Indo-Norway Ocean Initiative) के तहत लागू किया जा रहा है। यह पहल 2019 में देशों के बीच हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन के तहत बनाई गई थी।

समुद्री स्थानिक योजना ढांचे के उद्देश्य

  • विविध महासागर उपयोगकर्ताओं को एक ही मंच के अंतर्गत लाना
  • महासागर की एक व्यापक और समावेशी तस्वीर बनाना
  • नीति निर्माताओं और निर्णय निर्माताओं को एक दूसरे के साथ चर्चा करने के लिए एक सामान्य मंच प्रदान करना
  • समुद्री स्थानों को सही तरीके से आवंटित करना
  • पारदर्शिता बढ़ाना

समुद्री स्थानिक योजना ढांचे की आवश्यकता

मानवजनित गतिविधियों में वृद्धि के कारण समुद्र के पारिस्थितिकी तंत्र पर तनाव बढ़ गया है। जैसे-जैसे मनुष्य पर्यटन को विकसित करने, नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने और जलीय कृषि के लिए तटीय जल का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं, विकास के दबाव स्थानिक संघर्ष पैदा कर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ ये दबाव समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए नए खतरे पैदा कर रहे हैं।

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