सागर परिक्रमा क्या है?
भारत सरकार ने घोषणा की कि ‘सागर परिक्रमा’ कार्यक्रम का नौवां चरण 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू होगा। ‘सागर परिक्रमा’ का उद्देश्य विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मछुआरों और अन्य हितधारकों के आर्थिक उत्थान की सुविधा प्रदान करते हुए उनके मुद्दों को संबोधित करना है।
मुख्य विवरण
- इस कार्यक्रम का नौवां चरण तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय जिलों को कवर करेगा।
- कवर किए गए क्षेत्रों में पुदुक्कोट्टई, तंजावुर, नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई, कुड्डालोर, विलुप्पुरम, चेंगलपट्टू, चेन्नई, कराईकल और पुडुचेरी शामिल हैं।
- यात्रा तमिलनाडु के रामनाड जिले के थोंडी से शुरू होगी और विभिन्न जिलों और पुडुचेरी से गुजरते हुए चेन्नई तक जारी रहेगी।
सरकारी अधिकारियों की भागीदारी
- केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला और कनिष्ठ केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन कार्यक्रम के दौरान मछुआरों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ेंगे।
- वे केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा करेंगे और प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY), मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (FIDF), और किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) जैसी योजनाओं से संबंधित प्रमाण पत्र/स्वीकृतियां वितरित करेंगे।
पिछले चरण
‘सागर परिक्रमा’ के पहले आठ चरणों में गुजरात, दीव और दमन, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी और अंडमान और निकोबार सहित आठ तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 4,115 किमी की दूरी तय की गई।
उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य तटीय समुदायों, विशेषकर मछुआरों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना और सरकारी योजनाओं और पहलों के माध्यम से उनकी आर्थिक भलाई को बढ़ाना है।
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