सिंधिया ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट, उज्जैन
सिंधिया ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट उज्जैन के देवास रोड पर विक्रम विश्वविद्यालय के परिसर के अंदर स्थित है।
इसकी स्थापना वर्ष 1957 में पांडुलिपियों को संरक्षित करने की दृष्टि से की गई थी। सिंधिया ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट 18,000 से अधिक पांडुलिपियों का खजाना है। फारसी, प्राकृत, अरबी और अन्य भाषाओं में पांडुलिपियां वैदिक साहित्य, इतिहास, दर्शन, विज्ञान, धर्म, व्याकरण नृत्य और संगीत जैसे विभिन्न विषयों पर आधारित हैं।
पांडुलिपियाँ मुख्य रूप से कागज, ताड़ के पत्ते और छाल के पत्ते पर हैं। श्रीमद्भागवत की सचित्र पांडुलिपि भी वहां संरक्षित है। संग्रहालय ने 15,000 पांडुलिपियों का ई-ग्रन्थावली सॉफ्टवेयर भी तैयार किया।