सुर वसुधा (Sur Vasudha) क्या है?
संगीत के माध्यम से एकता के एक उल्लेखनीय प्रदर्शन में, G20 ऑर्केस्ट्रा, जिसमें G20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के 101 संगीतकार और गायक शामिल थे, ने भारत के वाराणसी में ‘सुर वसुधा’ नामक अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आर्केस्ट्रा समारोह G20 की भारत की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था और संस्कृति मंत्रियों की बैठक के समापन को चिह्नित किया गया था।
इस समूह में 61 भारतीय कलाकार और G20 देशों के 40 कलाकार शामिल थे, जो विविध पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण का प्रदर्शन कर रहे थे। यूके, जर्मनी, सऊदी अरब और यूनेस्को जैसे अंतर्राष्ट्रीय निकायों के प्रतिनिधियों सहित उल्लेखनीय गणमान्य व्यक्तियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, और इसे एक मनोरम और सुंदर अनुभव के रूप में सराहा। प्रदर्शन में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सार का जश्न मनाया गया, जिसमें दुनिया को एक परिवार के रूप में दर्शाया गया।
G20 ऑर्केस्ट्रा ने संगीत के माध्यम से एकता की मिसाल कैसे पेश की?
G20 देशों के 101 संगीतकारों और गायकों और आमंत्रित अतिथियों से बने G20 ऑर्केस्ट्रा ने विविध संस्कृतियों और पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण प्रदर्शित किया। ब्राज़ीलियाई कोंगा, भारतीय मृदंगम, स्कॉटिश बैगपाइप, भारतीय शहनाई, इतालवी वायलिन, अंग्रेजी बांसुरी, फ्रेंच हॉर्न और भारतीय सितार जैसे वाद्ययंत्रों ने संगीत के माध्यम से वैश्विक एकता का प्रतीक बनकर सहजता से सहयोग किया।
G20 ऑर्केस्ट्रा का प्रदर्शन भाषा संबंधी बाधाओं को कैसे पार कर गया?
आर्केस्ट्रा प्रदर्शन में विविध भाषाओं और संस्कृतियों के संगम ने इस विचार को रेखांकित किया कि संगीत एक सार्वभौमिक भाषा है जो लोगों के बीच समझ और एकता को बढ़ावा देती है।
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