स्टारलिंक के 40 उपग्रह भू-चुंबकीय तूफान (Geomagnetic Storm) के कारण कक्षा से नीचे गिरे

एलोन मस्क (Elon Musk) के स्टारलिंक (Starlink) ने दर्जनों उपग्रह खो दिए क्योंकि वे 3 फरवरी, 2022 को लॉन्च होने के बाद एक भू-चुंबकीय तूफान (geomagnetic storm) में फंस गए थे।

मुख्य बिंदु 

  • स्टारलिंक ने 49 उपग्रहों को लॉन्च किया था, जिनमें से 40 प्रभावित हुए। यह उपग्रह चालू होने से पहले ही कक्षा से नीचे गिर गये।
  • फाल्कन 9 लॉन्चर के दूसरे चरण ने उपग्रहों को उनकी इच्छित कक्षा में पृथ्वी से लगभग 210 किमी ऊपर की परिधि के साथ तैनात किया। प्रत्येक उपग्रह ने नियंत्रित उड़ान हासिल की। लेकिन उपग्रह एक भू-चुंबकीय तूफान से प्रभावित हो गये।
  • अंतरिक्ष में मलबे के निर्माण से बचने के लिए इन उपग्रहों को पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करते समय जलने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

सौर तूफान या फ्लेयर्स क्या हैं?

सौर तूफान चुंबकीय प्लाज्मा होता है, जिन्हें सौर सतह से बड़ी गति से बाहर निकाला जाता है। वे चुंबकीय ऊर्जा की निकासी के दौरान आते हैं, जो सनस्पॉट (सूर्य पर अंधेरे क्षेत्रों) से जुड़े होते हैं। यह कुछ मिनट या घंटों तक चल सकता है।

सौर ज्वालाएँ (solar flares) पृथ्वी को कैसे प्रभावित करती हैं?

अधिकांश सौर ज्वालाएँ पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाती हैं। हालांकि, सौर ज्वालाएं/तूफान, तेज गति वाली सौर हवाएं, सौर ऊर्जावान कण (solar energetic particles), और कोरोनल मास इजेक्शन, पृथ्वी के करीब आने से ऊपरी वायुमंडल अंतरिक्ष और निकट-पृथ्वी अंतरिक्ष को प्रभावित कर सकते हैं।

सौर तूफान से कौन सी सेवाएं प्रभावित हैं?

सौर तूफान वैश्विक पोजीशनिंग सिस्टम (GPS), उपग्रह संचार और रेडियो सहित अंतरिक्ष-निर्भर सेवाओं के संचालन को प्रभावित कर सकते हैं। भू-चुंबकीय तूफान जीपीएस नेविगेशन सिस्टम और हाई फ्रीक्वेंसी वाले रेडियो संचार में हस्तक्षेप करते हैं। यह पावर ग्रिड, विमान उड़ानों और अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रमों को भी प्रभावित कर सकता है।

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