स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार (SVP) 2021 – 2022

शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने 12 जनवरी, 2022 को वर्चुअल मोड में स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार (SVP) 2021 – 2022 का शुभारंभ किया।

मुख्य बिंदु

इन पुरस्कारों का शुभारंभ करते हुए उन्होंने स्कूलों में पानी और स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला क्योंकि यह सीखने के परिणामों, छात्रों के स्वास्थ्य, उपस्थिति और छोड़ने की दर को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

उन्होंने यह भी कहा,स्कूलों में पानी और स्वच्छता सुविधाओं के प्रावधान से स्वस्थ स्कूल वातावरण हासिल करने में मदद मिलेगी और बच्चों को बीमारी से बचाया जा सकेगा।

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार का उद्देश्य

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार उन स्कूलों को पहचानने, प्रेरित करने और पुरस्कृत करने में मदद करता है, जिन्होंने पानी और स्वच्छता से संबंधित अनुकरणीय कार्य किया है। यह पुरस्कार भविष्य में और सुधार करने के लिए स्कूलों के लिए एक बेंचमार्क और रोडमैप भी प्रदान करता है।

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार की स्थापना कब की गई थी?

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार पहली बार 2016-17 में स्वच्छता पर आत्म-प्रेरणा और जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार सबसे पहले स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा स्थापित किया गया था।

कौन से स्कूल इसमें भाग ले सकते हैं?

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों से लेकर सभी श्रेणियों के स्कूलों के लिए खुला है।

स्कूलों का मूल्यांकन कैसे होगा?

स्कूलों का मूल्यांकन 6 उप-श्रेणियों में एक ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल एप्प द्वारा किया जाएगा-

  • पानी
  • साबुन से हाथ धोना
  • स्वच्छता
  • प्रचालन एवं रखरखाव
  • क्षमता निर्माण और व्यवहार परिवर्तन
  • COVID-19 की तैयारी और प्रतिक्रिया।

ऑनलाइन पोर्टल स्वचालित रूप से समग्र स्कोर और रेटिंग उत्पन्न करेगा।

पांच सितारा रेटिंग प्रणाली

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त पांच सितारा रेटिंग प्रणाली के आधार पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा। स्कूल को भागीदारी का एक प्रमाण पत्र भी मिलेगा, जिसमें उनके श्रेणी-वार स्कोर और समग्र रेटिंग का उल्लेख होगा। इस प्रकार यह स्कूलों में बेहतर जल और स्वच्छता की स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने में मदद करेगा। इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर समग्र श्रेणी के तहत 40 स्कूलों का चयन किया जाएगा।

पुरस्कार राशि

समग्र शिक्षा योजना के तहत इस वर्ष पुरस्कार राशि को बढ़ाकर  50,000 से 60,000 रुपये प्रति स्कूल किया गया है। इसके अलावा, 6 उप-श्रेणी वार पुरस्कार पहली बार पेश किए गए हैं। स्कूलों को उप-श्रेणी के अनुसार 20,000/- प्रति स्कूल दिए जायेंगे।

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Comments

  • Shivpujan Yadav
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    Good