हाल ही में किस अन्तरिक्ष एजेंसी ने मंगल ग्रह पर मीथेन के उच्च स्तरों का पता लगाया है?
उत्तर – नासा
अमेरिकी अन्तरिक्ष एजेंसी नासा के क्यूरोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर अब तक के सबसे विशाल मीथेन भंडार का पता लगाया है।
मुख्य बिंदु
मीथेन स्तर : हालांकि नासा के मार्स एक्सप्लोरेशन के कार्यक्रम के दौरान क्यूरोसिटी टीम द्वारा कई बार मीथेन का पता लगाया गया है, परन्तु इस बार काफी विशाल मीथेन भंडार का पता चला है। यह भंडार 21 पार्ट्स पर बिलियन यूनिट्स बाय वॉल्यूम (ppbv) है। 1 ppbv का अर्थ है यदि हम मंगल ग्रह पर वायु के एक वॉल्यूम को लेते हैं तो इसमें 1 अरबवां हिस्सा मीथेन होगा।
यह खोज इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?
मीथेन के इतने बड़े भंडार का पता लगना काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि पृथ्वी पर मीथेन का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत सूक्ष्म जीव हैं। इस खोज से वैज्ञानिकों को पृथ्वी के बाहर जीवन की सम्भावना को खोजने में सहायता मिलेगी।
दुविधा : मंगल ग्रह पर मीथेन का निर्माण चट्टान तथा जल की अन्तरक्रिया के द्वारा भी हो सकता है। क्यूरोसिटी रोवर में इस प्रकार के उपकरण नहीं लगे हैं जो यह पता कर सके कि वास्तव में इस मीथेन का स्त्रोत क्या है। पिछले कई वैज्ञानिकों शोधों से ज्ञात हुआ है कि मीथेन के स्तर में लगातार कमी-वृद्धि होती रहती है, परन्तु इसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
क्यूरोसिटी रोवर
यह नासा के मार्स साइंस लेबोरेटरी मिशन का हिस्सा है। क्यूरोसिटी रोवर एक कार के बराबर का रोवर है, इसे मंगल ग्रह के एक क्रेटर “गेल” के अन्वेषण के लिए बनाया गया है। इसे 26 नवम्बर, 2011 को लांच किया गया था। यह अगस्त, 2012 में गेल क्रेटर के अन्दर एओलिस पालुस में लैंड हुआ था। इस रोवर का जीवनकाल हालांकि एक मंगल वर्ष (687 दिन) था, परन्तु अब इसे अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया गया है। यह आज (25 जून, 2019) को भी कार्यशील है।