हाल ही में किस ग्रह के उपग्रह पर तरल मीथेन की मौजूदगी का पता चला है?
उत्तर – शनी ग्रह
नासा के कैसिनी स्पेसक्राफ्ट का डाटा उपयोग करके शनि ग्रह के टाइटन चद्रमा पर तरल मीथेन मौजूद होने के संकेत मिले हैं। यह मीथेन 100 मीटर गहरे गड्डों में मौजूद है।
मुख्य बिंदु
• टाइटन में ऊंचाई पर झील की आकृति के समान स्थालाकृतियाँ हैं, इन 300 फीट गहरी झीलों में मीथेन उपलब्ध है।
• वैज्ञानिकों का मत है कि रासायनिक प्रक्रिया के कारण विघटन होने के कारण इन झीलों का निर्माण हुआ होगा।
• इस शोध में टाइटन पर जल चक्र के बारे में भी जानकारी मिली है। टाइटन में तरल हाइड्रोकार्बन की वर्षा होती है और यह सतह पर बहते हैं। बाद में यह वापस आकाश में वाष्पीकृत हो जाते हैं। यह प्रक्रिया पृथ्वी की जल चक्र प्रक्रिया के समान है।
• वैज्ञानिकों का मत है कि टाइटन पर जटिल रासायनिक परिस्थितियों तथा अलग परिवेश के कारण जीवन संभव हो सकता है।
• टाइटन शनि ग्रह का चन्द्रमा है, इसका व्यास 5,150 किलोमीटर है। यह बृहस्पति के गेनिमीड चन्द्रमा के बाद सौर प्रणाली का दूसरा सबसे बड़ा चन्द्रमा है। इसमें झीलें, खाइयाँ, नदियाँ, दून इत्यादि पृथ्वी की भाँती स्थालाकृतियाँ मौजूद हैं।