हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी : 7 मई, 2021
1. डक-बिल्ड डायनासोर की एक नई प्रजाति, यामातोसॉरस इजानागी (Yamatosaurus izanagii) किस देश में खोजी गई है?
उत्तर – जापान
पैलियोन्टोलॉजिस्ट्स की एक टीम ने जापान के दक्षिणी द्वीपों में से एक पर हड्रोसौर (hadrosaur) या डक-बिल्ड डायनासोर, यामातोसॉरस इज़ानागी की एक नई प्रजाति की खोज की है। इस खोज से हड्रोसौर प्रवास के बारे में नई जानकारी का पता चलता है कि यह जानवर एशिया से उत्तरी अमेरिका में चले गए थे।
2. किस देश के राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन ने ‘New Climate Normals’ जारी किया है?
उत्तर – अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन (National Oceanic and Atmospheric Administration – NOAA) ने ‘New Climate Normals’ जारी किये हैं। डेटा से पता चलता है कि अमेरिका में मौसम गर्म हो रहा है। NOAA प्रत्येक 10 वर्षों में जलवायु मानदंडों को जारी करता है और वे पिछले 30 वर्षों के आंकड़ों को दर्शाते हैं। हाल ही में जारी किए गए डेटा सेट में 1991 से 2020 तक औसत तापमान और वर्षा का डाटा शामिल है।
3. INS कोलकाता लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और मेडिकल आपूर्ति लाने के लिए किस देश में पहुंचा है?
उत्तर – कुवैत
ऑपरेशन समुंद्र सेतु II के एक भाग के रूप में, INS कोलकाता पोर्ट शुवाख, कुवैत पहुंचा और यह कुवैत से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और चिकित्सा आपूर्ति लाएगा। इससे पहले इस जहाज ने दोहा, कतर से 200 बोतल ऑक्सीजन और 43 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर प्राप्त किये थे।
4. मई, 2021 तक किसी भी भारतीय राज्य / संघ राज्य क्षेत्र की सबसे लंबी समय तक सेवा करने वाली महिला मुख्यमंत्री कौन हैं?
उत्तर – शीला दीक्षित
ममता बनर्जी ने तीसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वह 2011 से राज्य की मुख्यमंत्री हैं। शीला दीक्षित दिल्ली की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली मुख्यमंत्री हैं, साथ ही किसी भी भारतीय राज्य की सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाली महिला मुख्यमंत्री हैं।
5. ‘मेफ्लावर 400’ क्या है, जो हाल ही में ख़बरों में था?
उत्तर – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिप
‘मेफ्लावर 400’ (Mayflower 400) दुनिया का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जहाज है। इस जहाज में सौर पैनल लगाये गये हैं और यह समुद्री प्रदूषण का अध्ययन करेगा और पानी में मौजूद प्लास्टिक का विश्लेषण करेगा और जलीय स्तनधारियों को ट्रैक करेगा। भारत, अमेरिका और स्विट्जरलैंड जैसे विभिन्न देशों के सैकड़ों लोग इस जहाज को बनाने में शामिल थे।