हिमाचल प्रदेश ने लांच किया ‘आयुष घर द्वार’ (Ayush Ghar Dwar) कार्यकम
हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाल ही में कोविड-19 रोगियों केकल्याण के लिए ‘आयुष घर द्वार’ कार्यक्रम लांच किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कोविड-19 रोगियों का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक व अध्यात्मिक कल्याण सुनिश्चित करना है। इस कार्यक्रम को हिमाचल प्रदेश के आयुष विभाग द्वारा आर्ट ऑफ़ लिविंग संगठन के साथ मिलकर लांच किया गया है।
मुख्य बिंदु
इस कार्यक्रम के द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार लगभग 30,000 कोविड-19 रोगियों को लाभान्वित करने का प्रयास करेगी जो होम आइसोलेशन या अस्पताल में भर्ती हैं। इस कार्यक्रम के तहत व्हाट्सएप्प, ज़ूम और गूगल मीट पर लगभग 1000 वर्चुअल ग्रुप बनाये जायेंगे, जहाँ पर लाभार्थियों को योग विशेषज्ञों द्वारा प्राणायाम, योग, ध्यान, दवाओं और थेरेपी के बारे में जानकारी दी जाएगी।
आयुष
भारत में प्राकृतिक चिकित्सा का इतिहास काफी पुराना है, भारत में 5000 वर्षों से भी अधिक समय से प्राकृतिक व वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली का उपयोग किया जाता रहा है। आयुष का पूर्ण संस्करण आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध और होमियोपैथी है (AYUSH : Ayurveda, Yoga and Naturopathy, Unani, Siddha and Homoeopathy)। 5 नवम्बर को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है, पहली बार वर्ष 2016 में आयुर्वेद दिवस मनाया गया है। वर्ष 2017 में यूनानी दिवस की स्थापना की गयी थी, इसे 11 फरवरी को मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त 4 जनवरी को सिद्ध दिवस तथा 18 नवम्बर को नेचुरोपैथी दिवस मनाया जाता है।
Categories: राज्यों के करेंट अफेयर्स
Tags:Ayush Ghar Dwar , Ayush Ghar Dwar HP , Ayush Ghar Dwar Programme , Ayush Ghar Dwar Scheme , Rajeev Saizal , Thakur Jai Ram , आयुर्वेद , आयुष , आयुष घर द्वार , आर्ट ऑफ़ लिविंग , कोविड-19 रो , नेचुरोपैथी , यूनानी , योग , सिद्ध , हिमाचल प्रदेश , होमियोपैथी