11वीं मेकांग-गंगा सहयोग (Mekong-Ganga Cooperation) बैठक आयोजित की गयी
21 जुलाई, 2021 को, 11वीं मेकांग-गंगा सहयोग (Mekong-Ganga Cooperation – MGC) बैठक को संबोधित करते हुए , भारत के विदेश मंत्री एस, जयशंकर ने कोरोनावायरस महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए “सामूहिक और सहयोगात्मक” प्रतिक्रिया का आह्वान किया।
मुख्य बिंदु
- भारत मेकांग क्षेत्र को बहुत महत्वपूर्ण मानता है और इसलिए मेकांग देशों के साथ बहुआयामी जुड़ाव चाहता है।
- भारत सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान करना चाहता है और ऐसा करने से देशों की साझेदारी व्यापक होगी।
- इस बैठक को संबोधित करते हुए, एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत इस क्षेत्र में आर्थिक, डिजिटल और लोगों से लोगों के बीच बेहतर संपर्क को बढ़ावा देना चाहता है।
- इस बैठक में बेहतर MGC साझेदारी के माध्यम से महामारी के खिलाफ लड़ाई के तरीके खोजने पर विचार किया गया। एस .जयशंकर ने कहा कि संकट से निपटने के लिए साझेदार देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है।
- भारत ने कहा कि मेकांग गंगा सहयोग साझा ऐतिहासिक और भौगोलिक संबंधों पर आधारित मजबूत नींव पर खड़ा है और प्रगति और समृद्धि लाने के लिए देशों के बीच सहयोग में सुधार किया जाना चाहिए।
एमजीसी पहल (MGC Initiative)
एमजीसी पहल वर्ष 2000 में पर्यटन, कनेक्टिविटी और संस्कृति और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस पहल में 6 देश शामिल हैं, वे हैं: भारत, म्यांमार, कंबोडिया, लाओस, थाईलैंड और वियतनाम।
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