2017-2019 के दौरान भारत में 18 मिलियन हेक्टेयर पर फसल का नुकसान हुआ: सरकार
सरकार ने 11 फरवरी, 2021 को लोकसभा में डेटा साझा किया है कि भारत को 18.176 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर भारी फसल नुकसान हुआ है।
मुख्य बिंदु
- 176 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर फसल का नुकसान कुल फसली क्षेत्र का लगभग 8.5% है।
- वर्ष 2017 से 2019 तक बाढ़ के कारण फसल का यह नुकसान हुआ।
- इस घाटे में से, केवल 2019 में ही लगभग 68 मिलियन हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई थी।
- 2018 में, 2.515 मिलियन हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई, जबकि 2017 में973 मिलियन हेक्टेयर फसली क्षेत्र का नुकसान हुआ।
- सरकार ने आगे कहा किभारत में अत्यधिक बाढ़ की तीव्रता बढ़ गई है। बाढ़ ने उन नए क्षेत्रों को भी प्रभावित किया है जो पहले बाढ़-ग्रस्त नहीं थे।
- आंकड़ों के अनुसार बिहार, असम और उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित राज्यों में अत्यधिक बाढ़ दर्ज की गयी।
- कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भीषण बाढ़ देखी गई। इराज्यों में अधिक वर्षा के कारण बाढ़ की घटनाएँ देखि गयीं।
- बाढ़ के कारण मध्य प्रदेश सभी राज्यों में सबसे अधिक प्रभावित हुआ। 2017 और 2018 में राज्यों में शून्य फसल नुकसान हुआ था, लेकिन 2019 में मध्य प्रदेश में 047 मिलियन हेक्टेयर भूमि का नुकसान हुआ।
- उत्तर प्रदेश, गुजरात, असम, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में भी फसल में भारी हानि हुई।
बाढ़ प्रबंधन और सीमा क्षेत्र कार्यक्रम (FMBAP) योजना
मंत्री ने आगे बताया कि बाढ़ प्रबंधन के लिए पूरे देश में बाढ़ प्रबंधन और सीमा क्षेत्र कार्यक्रम (FMBAP) योजना काम कर रही है। इस योजना के तहत सरकार ने मार्च, 2020 तक 6,409.96 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता जारी की है। नदी प्रबंधन से संबंधित कार्यों के लिए राज्य सरकारों को केंद्रीय सहायता प्रदान करने के लिए ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना अवधि के दौरान यह योजना शुरू की गई थी।
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