27 जून: अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई दिवस (International MSME Day)

संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 27 जून को अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) दिवस मनाया जाता है ।

मुख्य बिंदु

2017 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की 74वीं बैठक में इस दिन को एमएसएमई दिवस के रूप में घोषित किया गया था। यह दिन इसलिए मनाया जाता है क्योंकि एमएसएमई सतत विकास लक्ष्यों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

भारत

भारत में MSME मंत्रालय ने COVID-19 संकट के दौरान उद्योगों को जीवित रहने में मदद करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए हैं।

KVIC

MSME मंत्रालय के तहत संचालित KVIC ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं:

  • प्रवासियों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सामुदायिक रसोई की स्थापना
  • कारीगर कल्याण कोष ट्रस्ट के माध्यम से पंजीकृत कारीगरों को प्रति माह 1000 रुपये का भुगतान
  • प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से कारीगरों और खादी संस्थानों को बाजार विकास सहायता के माध्यम से फंड्स जारी करना।

कॉयर बोर्ड

MSME मंत्रालय के तहत कॉयर बोर्ड ने COVID-19 संकट के दौरान निम्नलिखित कदमों को लागू किया है:

  • कॉयर बोर्ड ने कॉयर उद्योग और संघों के माध्यम से कॉयर श्रमिकों को सैनिटाइज़र, मास्क, आश्रय प्रदान किया
  • इसने COCOMANS के माध्यम से पीएम केयर्स रिलीफ फंड में 3 लाख रुपये का योगदान दिया।

MSMEs  सतत विकास लक्ष्य में कैसे योगदान करते हैं?

सतत विकास लक्ष्य 8.3 और 9.3 को लागू करने के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम महत्वपूर्ण हैं। वे एसडीजी 8 और एसडीजी 9 को लागू करने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। एसडीजी 8 सभ्य कार्य और आर्थिक विकास पर केंद्रित है और एसडीजी 9 उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचे में विकास पर केन्द्रित है।

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