कोल्हापुरी चप्पल के लिए किन दो राज्यों को GI प्रदान किया गया?
उत्तर – महाराष्ट्र और कर्नाटक
हाल ही में कोल्हापुरी चप्पल को विशिष्ट भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्रदान किया गया, यह टैग महाराष्ट्र और कर्नाटक को संयुक्त रूप से दिया गया है। कोल्हापुरी चप्पल का निर्माण चमड़े से किया जाता है, गौरतलब है कि यह चप्पल हाथ से निर्मित की जाती हैं। मुख्य रूप से इनका निर्माण महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली, सोलापुर तथा सतारा जिले जबकि कर्नाटक के बेलगाम, धारवाड़, बागलकोट तथा बीजापुर जिले में किया जाता है।
विशिष्ट भौगोलिक संकेत (Geographical Indication)
GI टैग अथवा पहचान उस वस्तु अथवा उत्पाद को दिया जाता है जो कि विशिष्ट क्षेत्र का प्रतिनिधत्व करती है, अथवा किसी विशिष्ट स्थान पर ही पायी जाती है अथवा वह उसका मूल स्थान हो। GI टैग कृषि उत्पादों, प्राकृतिक वस्तुओं तथा निर्मित वस्तुओं उनकी विशिष्ट गुणवत्ता के लिए दिया जाता है। यह GI पंजीकरण 10 वर्ष के लिए वैध होता है, बाद में इसे रीन्यू करवाना पड़ता है। कुछ महत्वपूण GI टैग प्राप्त उत्पाद दार्जीलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर संतरा तथा कश्मीर पश्मीना इत्यादि हैं।