जलगाँव के मंदिर
जलगाँव जिला महाराष्ट्र के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में स्थित है। यह उत्तर में सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला, दक्षिण में अजंता पर्वत श्रृंखला से घिरा है। जलगाँव ज्वालामुखीय मिट्टी में समृद्ध है, जो कपास उत्पादन के लिए अच्छी तरह से अनुकूल है। यह चाय, सोना, दाल, कपास और केले का एक प्रमुख व्यवसाय केंद्र है। बोली जाने वाली भाषाएँ मराठी, अहिरानी, हिंदी और अंग्रेजी हैं। जलगाँव में एक बहुत ही विविध जलवायु स्थिति है। यह गर्मियों के दौरान असाधारण रूप से गर्म और शुष्क होता है, जिसमें तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है, जबकि सर्दियाँ काफी सुखद होती हैं। प्रमुख नदी ताप्ती नदी है। 11,700 वर्ग किमी के क्षेत्र में इसकी आबादी लगभग 4 मिलियन है। प्रमुख पर्यटक आकर्षण और धार्मिक प्रतिष्ठान इसे घेर लेते हैं।
ओंकारेश्वर मंदिर: जय नगर में भगवान शिव को समर्पित जलगाँव शहर के प्रमुख और आश्चर्यजनक मंदिरों में ओंकारेश्वर मंदिर है। शिवरात्रि, श्रावणी सोमवर, रामनवमी और गोकुलाष्टमी इस मंदिर में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहार हैं।
एकापूर्ति गणेश मंदिर: जलपुरी में बालाजी स्वीट मार्ट के पास नवी पेठ में ईच्छापुरी गणेश मंदिर स्थित है। यहां के प्रमुख देवता भगवान गणेश हैं। लोगों का मानना है कि इस विशेष गणेश के देवता हर किसी की इच्छाओं और गुप्त इच्छाओं को पूरा करते हैं।