आईआईटी-गुवाहाटी ने वायु से पानी प्राप्त करने के लिए नई तकनीक विकसित की
हाल ही में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने हवा से पानी निकालने के लिए एक नई तकनीक विकसित की है। यह तकनीक हाइड्रोफोबिसिटी की अवधारणा का उपयोग करती है ।
मुख्य बिंदु
इस शोध दल का नेतृत्व उत्तम मन्ना ने शोध विद्वानों कौसिक माजी, अविजीत दास और मण्डीप धर के साथ किया। इस टीम ने रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री के जर्नल में इस कार्य के परिणामों को प्रकाशित किया है। इस तरह की जल-संचयन तकनीक कुछ सामग्रियों की हाइड्रोफोबिसिटी या जल-विकर्षक प्रकृति की अवधारणा का उपयोग करती है। आईआईटी-गुवाहाटी की शोध टीम ने पहली बार केमिकली पैटर्नड SLIPS की अवधारणा का उपयोग किया है। यह प्रौद्योगिकी भी नम हवा से पानी को प्रभावी ढंग से प्राप्त करती है।
Patterned Hydrophilic SLIP
Patterned Hydrophilic SLIP को एक सरल ए 4 प्रिंटर पेपर के ऊपर पर स्पंज की तरह झरझरा पॉलीमर सामग्री के छिड़काव द्वारा तैयार किया गया है।
आवश्यकता
दुनिया भर में पानी की कमी बढ़ती जा रही है। इसलिए, गैर-पारंपरिक साधनों के माध्यम से जल संग्रहण और संरक्षण के प्रयास के साथ इस जल संचयन तकनीक को विकसित किया गया है।
IIT गुवाहाटी
IIT गुवाहाटी देश का अग्रणी तकनीकी और अनुसन्धान विश्वविद्यालय है, यह असम के गुवाहाटी शहर में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1994 में की गयी थी। इस संस्थान का आदर्श वाक्य ‘ज्ञान ही शक्ति है’ है।
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