6वां भारत-जापान संवाद सम्मेलन : मुख्य बिंदु
21 दिसम्बर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली 6वें भारत-जापान संवाद सम्मेलन को संबोधित किया। भारत-जापान संवाद सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2015 में की गयी थी, इसका उद्देश्य मानवतावाद, लोकतंत्र, स्वतंत्रता, अहिंसा के साझा मूल्यों पर विचार-विमर्श करना है।
मुख्य बिंदु
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने संवाद का समर्थन करने के लिए जापान का आभार व्यक्त किया। इस सम्मेलन के दौरान बौद्ध विरासत चर्चा का केंद्र रही। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को बढ़ावा देने में इस के प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पारंपरिक बौद्ध साहित्य और शास्त्रों के एक पुस्तकालय का प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया। भारत इस तरह के पुस्तकालय का निर्माण करेगा और इसके लिए संसाधन उपलब्ध कराएगा। यह पुस्तकालय बौद्ध साहित्य पर विभिन्न देशों से साहित्य और धर्मग्रंथों की डिजिटल प्रतियां एकत्र करेगा और उनका अनुवाद करेगा। बाद में यह प्रतियाँ बौद्ध भिक्षुओं और विद्वानों को प्रदान की जाएँगी।
भारत-जापान सम्बन्ध
भारत और जापान ने सितंबर 2020 में दोनों देशों के बीच आपूर्ति और सेवाओं के आदान-प्रदान की अनुमति के लिए एक “Acquisition and Cross-Servicing Agreement” पर हस्ताक्षर किए हैं।
भारत और जापान QUAD समूह के सदस्य हैं, इस समूह के अन्य सदस्य ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका हैं। हाल ही में, QUAD देशों ने ‘मालाबार’ नामक एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास का आयोजन किया गया। इस नौसैनिक अभ्यास का आयोजन अरब सागर में किया गया।
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