भारत में परमाणु ऊर्जा
भारत को गुणवत्ता वाले कोयले और प्राकृतिक तेल की कमी है। ऐसे में परमाणु ऊर्जा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती। ऐसे पावर स्टेशन काम में पाए जाएंगे जहाँ अन्य तरह के संसाधन या साधनन्न्हिन हैं। भारत दवा और कृषि जैसे क्षेत्रों में परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग करने में अग्रणी रहा है। भारत कुछ परमाणु या परमाणु खनिजों से समृद्ध है। यूरेनियम की खदानें बिहार के सिंहभूम और राजस्थान के कुछ हिस्सों में स्थित हैं। अधिक प्रचुर स्रोत केरल के तट पर मोनाजाइट रेत हैं। थोरियम इन रेत से निकलता है। भारत में चेरालाइट और जिरकोमियम जमा दुनिया के सबसे बड़े भंडार में से हैं। इसी तरह ग्रेफाइट एक अन्य परमाणु खनिज है और इसे पूर्वी पहाड़ियों में भी जाना जाता है। भारत के चार परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं। वे महाराष्ट्र में गुजरात-सीमा पर अरब सागर के तट पर तारापुर में, राजस्थान में कोटा के पास रावतभाट, तमिलनाडु में कल्पक्कम और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गंगा के तट पर नरौरा में स्थित हैं।