लद्दाख में मौसम विज्ञान केंद्र का उद्घाटन किया गया
29 दिसंबर, 2020 को केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने लद्दाख में एक मौसम विज्ञान केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र लद्दाख के लिए मौसम के पूर्वानुमान सेवाएं प्रदान करेगा जिससे क्षेत्र में मौसम की भविष्यवाणी की पूर्व चेतावनी प्रणाली मजबूत होगी।
मुख्य बिंदु
इस उद्घाटन के साथ लद्दाख के पास अब अपना मौसम विज्ञान केंद्र है। इससे पहले, लद्दाख में इस प्रकार का कोई केंद्र नहीं था। गौरतलब है यह केंद्र 3500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और यह देश का सबसे ऊँचा पर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र बन गया है।
सेवाएं
यह केंद्र लद्दाख के दो जिलों लेह और कारगिल के लिए लघु-श्रेणी (3 दिन), मध्यम-श्रेणी (12 दिन) और दीर्घकाल (1 महीने) के लिए मौसम पूर्वानुमान सेवाएं प्रदान करेगा। यह केंद्र द्रास, नुब्रा, पैंगोंग झील, ज़ांस्कर, धा-बैमा (आर्यन घाटी), कारगिल, चांगथांग, खलसी जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के लिए भी मौसम पूर्वानुमान सेवाएं प्रदान करेगा। इस केंद्र द्वारा पर्वतारोहण, कृषि, ट्रेकिंग, फ्लैश फ्लड वॉर्निंग, कम और उच्च तापमान सूचना, और तेज हवाओं के पूर्वानुमान सम्बन्धी सूचनाएँ समय पर प्रदान की जायेंगी।
आवश्यकता
जलवायु, मौसम, स्थलाकृति के मामले में लद्दाख बाकी स्थानों से काफी अलग है। लद्दाख में अलग-अलग चरम मौसम की घटनाओं का अनुभव होता है, जैसे कि बाढ़, बादल फटना, सूखा और हिमस्खलन इत्यादि।
लद्दाख में 4 स्वचालित मौसम स्टेशन (AWS) हैं, दो कारगिल और दो लेह में हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की योजना के तहत अगले वर्ष तक पार्काशिक, नुब्रा, चांगथांग, ज़ांस्कर आदि स्थानों पर नेटवर्क को मज़बूत करने के लिए और अधिक स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित किये जायेंगे।
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