भारत सरकार शुरू करेगी सागरमाला सी-प्लेन सेवा परियोजना

भारत सरकार कुछ एक चयनित मार्गों पर सागरमाला सी-प्लेन सेवा की परियोजना शुरू करेगी। सागरमाला सी-प्लेन सेवा जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जाएगी।

मुख्य बिंदु

इस परियोजना का उद्देश्य जल निकायों के पास पर्यटको, धार्मिक और दूरस्थ स्थानों को हवाई संपर्क प्रदान करना है। इससे यात्रा करने में आसानी होगी और इन नए स्थानों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।  यह परियोजना देश की जीडीपी को बढ़ावा देने में योगदान देगी।

गौरतलब है कि इस परियोजना के तहत सीप्लेन सेवाएं ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) पहल के तहत संचालित की जाएगी।

सागरमाला सीप्लेन सेवाओं के लिए प्रस्तावित स्थान क्या हैं?

सागरमाला सीप्लेन सर्विसेज के तहत शामिल स्थान इस प्रकार हैं:

  • अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह
  • लक्षद्वीप द्वीपसमूह
  • गुवाहाटी रिवरफ्रंट
  • यमुना रिवरफ्रंट
  • उमरांगसो जलाशय
  • मुंबई
  • द्वारका
  • कांडला
  • खिन्दसी बांध
  • ईराई बांध

भारत में मौजूदा सीप्लेन सेवा

अहमदाबाद में केवडिया और साबरमती रिवरफ्रंट के बीच समुद्री विमान सेवा पहले से चालु है। इसका उद्घाटन 31 अक्टूबर, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह सेवा स्पाइस जेट की सहायक कंपनी स्पाइस शटल द्वारा संचालित की जा रही है। वर्तमान में यह देश में चालू एकमात्र सीप्लेन सेवा है।

सीप्लेन सर्विसेज की आवश्यकता

  • सीप्लेन सेवाएं पूरे भारत में तेज और आरामदायक परिवहन प्रदान करने में गेम चेंजर साबित हो सकती हैं।
  • यह विभिन्न पर्यटक और धार्मिक स्थानों को हवाई संपर्क प्रदान करेगा। इसलिए, यह पर्यटन राजस्व में वृद्धि करेगा।
  • सीप्लेन सेवाओं से यात्रा का समय भी बचेगा।
  • पूरे भारत में कनेक्टिविटी बढ़ने से पर्यटन में सुधार होगा और पर्यटकों के लिए भारत एक आकर्षक गंतव्य बन जाएगा।

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