भारत सरकार ने 11 मिलियन कोविशील्ड वैक्सीन डोज़ के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के साथ समझौता किया
भारत सरकार ने हाल ही में 11 मिलियन कोविशील्ड वैक्सीन डोज़ के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया ने इस वैक्सीन की आपूर्ति भी शुरू कर दी है। 12 जनवरी, 2021 को इस वैक्सीन की पहली खेप को हवाई जहाज़ के ज़रिये दिल्ली भेजा गया।
मुख्य बिंदु
शुरुआत में 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जायेगा, इसके बाद अन्य लोगों को यह टीका लगाया जायेगा। भारत सरकार ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया से 4.5 करोड़ वैक्सीन डोज़ खरीदने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इस वैक्सीन की कीमत लगभग 200 रुपये प्रति डोज़ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया और भारत बायोटेक से 6 करोड़ वैक्सीन डोज़ खरीदेगी।
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन फाइजर वैक्सीन से बेहतर क्यों है?
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ने फाइजर वैक्सीन की तुलना में बेहतर प्रभावकारिता दिखाई है। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के विपरीत मॉडर्ना और फाइजर बायोएनटेक वैक्सीन का परिवहन -20 से -80 डिग्री सेल्सियस तापमान पर किया जाना चाहिए। जबकि ऑक्सफोर्ड के टीके सामान्य दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर रेफ्रिजरेट किए जा सकते हैं।
फाइजर को अनिवार्य रूप से डिज़ाइन किए गए “थर्मल शिपर” में अपने टीके को अनिवार्य रूप से वितरित करना पड़ता है जो -80 डिग्री सेल्सियस को बनाए रखने के लिए शुष्क बर्फ का उपयोग करता है।
इसके अलावा, हाल ही में यह साबित हुआ कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की आधी खुराक से उच्च सुरक्षा मिलने की संभावना है। इससे आम जनता के लिए अधिक खुराक उपलब्ध हो सकेगी।
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