सरकारी स्वामित्व वाली सामान्य बीमा कंपनियों में 3,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा
वित्त मंत्रालय ने चालू तिमाही में सरकारी स्वामित्व वाली सामान्य बीमा कंपनियों में 3,000 करोड़ रुपये की पूंजी निवेश करने का फैसला किया है।
मुख्य बिंदु
- इन बीमा कंपनियों के वित्तीय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए यह पूंजी निवेश किया जाएगा।
- हाल के कदम में, सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 28 लाख करोड़ रुपये के सकल अतिरिक्त व्यय के लिए संसदीय मंज़ूरी प्राप्त करने का प्रयास किया था। यह राशि अनुदानों के पूरक मांगों के दूसरे और अंतिम बैच के हिस्से के रूप में मांगी गई थी।
- इसमें बीमा कंपनियों को पुनर्पूंजीकरण करने के लिए अतिरिक्त धनराशि प्रदान करने के लिए 3,000 करोड़ रुपये भी शामिल थे।
- मार्च में संसद द्वारा अनुदान की अनुपूरक मांगों को पूरा करने के बाद 3000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
पृष्ठभूमि
- यह निर्णय नेशनल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस और ओरिएंटल इंश्योरेंस को पूंजी सहायता प्रदान करने के लिए लिया गया था।
- केंद्रीय कैबिनेट ने बीमा कंपनियों की अधिकृत शेयर पूंजी को बढ़ाने का भी फैसला किया था।
- नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (NICL) के लिए शेयर पूंजी को बढ़ाकर 7,500 करोड़ रुपये किया जायेगा।जबकि, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (UIICL) और ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (OICL) में से प्रत्येक के लिए इसे बढ़ाकर 5000 करोड़ रुपये किया जायेगा।
नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (NICL)
यह एक सरकारी स्वामित्व वाली सामान्य बीमा कंपनी है। इस कंपनी की टैगलाइन “Trusted Since 1906” है। इसका मुख्यालय कलकत्ता में है। एनआईसीएल की स्थापना 1906 में गोरधनदास दुतिया और जीवन दास दुतिया ने की थी। एनआईसीएल नेपाल में भी काम करती है।
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