भारत के CDRI में शामिल हुआ यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ में 27 सदस्य शामिल हैं, जो भारत के ‘Coalition for Disaster Resilient Infrastructure’ (CDRI) में शामिल हुए हैं। CDRI के चार्टर के समर्थन के बाद EU इस पहल में शामिल हुआ।
आपदा प्रतिरोधक बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन (Coalition for Disaster Resilient Infrastructure)
CDRI देशों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, निजी क्षेत्रों, बहुपक्षीय विकास बैंकों और शैक्षणिक संस्थानों का एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन है। इस पहल का उद्देश्य आपदा-लचीले बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देना है। इस पहल की शुरुआत इंफ्रास्ट्रक्चर रिस्क मैनेजमेंट, फाइनेंसिंग और रिकवरी मैकेनिज्म के क्षेत्रों में रिसर्च और नॉलेज शेयरिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। यह सतत विकास का भी समर्थन करता है। CDRI पहल की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में की थी। इस पहल की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में की गई थी। यह पहल पारिस्थितिक, सामाजिक और आर्थिक बुनियादी ढांचे में आपदा-लचीलापन विकसित करने पर केंद्रित है। यह सदस्य देशों के नीतिगत ढाँचों में पर्याप्त परिवर्तन प्राप्त करना चाहता है।
यूरोपीय संघ CDRI में क्यों शामिल हुआ?
यूरोपीय संघ ने 18 मार्च, 2021 को अपना बयान जारी किया कि वैश्विक स्तर पर जलवायु संबंधी चरम घटनाएं बढ़ रही हैं। कोविड-19 महामारी ने मजबूत आपदा तैयारी की आवश्यकता पर बल दिया है। इसने ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा और संसाधन दक्षता, नवीकरण परियोजनाओं, बड़े पैमाने पर रेट्रोफिटिंग और परिपत्र अर्थव्यवस्था में निवेश करने की आवश्यकता को भी मजबूत किया है।
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