RBI ने उपभोक्ता विश्वास सूचकांक (Consumer Confidence Index) जारी किया
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भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की। यह सर्वेक्षण 5,000 उत्तरदाताओं के बीच देश के प्रमुख शहरों में आयोजित किया गया था।
सर्वेक्षण की मुख्य विशेषताएं
- उपभोक्ता विश्वास सूचकांक जनवरी 2021 में 5 अंक से घटकर मार्च 2021 में 53.1 अंक हो गया है।
- जनवरी, 2021 में भविष्य की उम्मीदें 1 से घटकर मार्च, 2021 में 108.8 हो गईं।
- जब सूचकांक माप 100 से ऊपर होता है, तो यह आशावाद का संकेत देता है और जबकि यह 100 से नीचे होता है, यह निराशावाद का संकेत होता है।
- अधिकांश उपभोक्ताओं ने उच्च समग्र व्यय की सूचना दी।
- आने वाले वर्ष के लिए सामान्य आर्थिक स्थिति और रोजगार की स्थिति पर उपभोक्ताओं की उम्मीद भी निराशावादी थी।
उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण (Consumer Confidence Survey)
यह सर्वेक्षण पांच आर्थिक चर जैसे रोजगार, आर्थिक स्थिति, मूल्य स्तर, खर्च और आय पर उपभोक्ता धारणा को मापता है। कंज्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे में दो मुख्य सूचकांक हैं, वर्तमान स्थिति सूचकांक और भविष्य की अपेक्षाएं सूचकांक। भविष्य की अपेक्षा सूचकांक यह मापता है कि उपभोक्ता एक वर्ष में आर्थिक मुद्दे में बदलाव के बारे में क्या सोचता है। वर्तमान स्थिति सूचकांक पिछले वर्ष में एक आर्थिक मुद्दे पर उपभोक्ता धारणा में बदलाव को मापता है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हर दो महीने में उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण किया जाता है। सर्वेक्षण यह मापने के लिए किया जाता है कि उपभोक्ता अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में निराशावादी या आशावादी हैं।
सर्वेक्षण कैसे किया गया था?
यह सर्वेक्षण टेलीफोनिक साक्षात्कार के माध्यम से किया गया था। यह बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, पटना, तिरुवनंतपुरम, मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में आयोजित किया गया था।
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