COVIRAP प्रौद्योगिकी क्या है?
IIT खड़गपुर ने हेल्थकेयर उत्पाद COVIRAP का सफलतापूर्वक व्यवसायीकरण किया है।
COVIRAP क्या है?
COVIRAP COVID-19 वायरस का पता लगाने के लिए एक नैदानिक तकनीक है। यह तकनीक इन्फ्लूएंजा, डेंगू, मलेरिया, तपेदिक और जापानी एन्सेफलाइटिस के परीक्षण में भी सक्षम है। साथ ही, प्रौद्योगिकी का उपयोग अन्य वेक्टर जनित रोगों के परीक्षण के लिए किया जा सकता है।
- COVIRAP आधारित डिवाइस की परीक्षण लागत 500 रुपये है।
- यह डिवाइस रियल-टाइम पीसीआर मशीनों और थर्मल साइक्लर्स के लिए की आवश्यकता को कम करेगी।
- COVIRAP एक घनाकार आकार का पोर्टेबल परीक्षण उपकरण है।
- यह एक घंटे में परिणाम देने में सक्षम है।इससे ग्रामीण और परिधीय क्षेत्रों में COVID-19 की स्क्रीनिंग को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- 10,000 रुपये से कम की लागत से COVIRAP आधारित मशीनों को विकसित किया जा सकता है।
- COVIRAP एक स्वैब नमूने का उपयोग करके COVID-19 परीक्षण करता है। यह आरएनए निष्कर्षण के लिए एक अलग सुविधा की आवश्यकता नहीं है।
ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) द्वारा मान्य होने के बाद अब COVIRAP को व्यावसायीकरण के लिए लॉन्च किया जा रहा है। हाल ही में, आईआईटी खड़गपुर के अनुसंधान दल ने संक्रमण के तेजी से निदान के लिए आइसोथर्मल नुक्लेई एसिड परीक्षण तकनीक का उपयोग करके COVIRAP का एक और अधिक उन्नत संस्करण विकसित किया है।
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