COVID टीकाकरण के बाद भी संक्रमण क्यों होता है?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) ने हाल ही में बताया कि टीकाकरण करने वाले लोगों में 10,000 में से 2-4 लोगों ने इस Covid-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया। इसे “Breakthrough Infection” कहा जाता है।
आईसीएमआर की प्रमुख खोज
- ICMR के अनुसार, लगभग 3 मिलियन को COVAXIN की पहली खुराक मिली है।इसमें से 4,208 ने सकारात्मक परीक्षण किया है, जो 0.02% है। दूसरी खुराक पाने वाले 1.7 मिलियन में से, 695 ने सकारात्मक परीक्षण किया, जो 0.04% है।
- COVIDSHIELD वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने वाले 3 मिलियन में से, 17,145 ने सकारात्मक परीक्षण किया, जो 0.03% है।COVISHIELD की दूसरी खुराक प्राप्त करने वाले 15 मिलियन में से, 5,014 ने सकारात्मक परीक्षण किया, जो 0.04% है।
Breakthrough Infection क्या हैं?
- वैक्सीन लेने के 14 दिनों के बाद COVID-19 एंटीजन या आरएनए वाले व्यक्ति को Breakthrough Infection कहा जाता है।सरल शब्दों में, Breakthrough Infection वह संक्रमण हैं जो टीकाकरण वाले लोगों में होता है।
- यह किसी भी वैक्सीन में आम है।एस्ट्राजेनेका क्लिनिकल ट्रायल में 5,807 में से 30 लोगों ने दूसरे टीके के 14 दिनों के बाद सकारात्मक परीक्षण किया।
पृष्ठभूमि
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोई भी टीका किसी भी बीमारी से 100% सुरक्षा प्रदान नहीं करता है।टीका लगने के बाद शरीर को प्रतिरक्षा बनाने में दो सप्ताह लगते हैं।
- अमेरिका में, टीकाकरण के बाद लगभग 7% लोग COVID -19 से संक्रमित पाए गये।
Breakthrough Infection क्यों होता है?
टीकाकरण के बाद संक्रमण की घटना का एक मुख्य कारण अनुचित टीकाकरण है। यह गलत जगह पर टीका लगाने के कारण हो सकता है। कमजोर प्रतिरक्षा और उम्र भी संक्रमण का कारण बनती है।
Categories: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी करेंट अफेयर्स
Tags:Breakthrough Infection , Breakthrough Infection in Hindi , COVAXIN , COVID टीकाकरण , Covishield , Indian Council of Medical Research