भारत-यूके रोडमैप 2030 और उन्नत व्यापार भागीदारी : मुख्य बिंदु
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने एक वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया। इस शिखर सम्मेलन के दौरान, दोनों नेताओं ने एक महत्वाकांक्षी “रोडमैप 2030” (Roadmap 2030) को अपनाया। इससे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
साथ ही, दोनों नेताओं ने Enhanced Trade Partnership लॉन्च की, जिसे 1.4 बिलियन के निवेश सौदे के माध्यम से लागू किया जायेगा।
रोडमैप 2030 (Roadmap 2030)
- भारत और यूके भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मार्क 2 के विकास में निकटता से काम करने पर सहमत हुए।
- वे COP-26 में महत्वाकांक्षी परिणाम सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करेंगे।
- यह रोडमैप भारत-ब्रिटेन स्वास्थ्य साझेदारी का विस्तार करेगा।इसमें टीके, आपूर्ति श्रृंखला, अन्य चिकित्सा उत्पाद शामिल हैं।
- दोनों नेताओं ने देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने और मुक्त व्यापार समझौते की वार्ता शुरू करने पर सहमति व्यक्त की।यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि भारत और यूरोपीय संघ लंबे समय से मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें बातचीत को अंतिम रूप देना बाकी है। ब्रेक्सिट के बाद, अब ब्रिटेन भारत के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए स्वतंत्र है।
- वे समुद्री डोमेन जागरूकता पर एक नए सहयोग पर सहमत हुए।इसमें समुद्री सूचना साझाकरण पर नए समझौते, गुड़गांव में भारत के सूचना फ्यूजन सेंटर (Information Fusion Centre) में शामिल होने के लिए निमंत्रण शामिल हैं।
- दोनों देश लॉजिस्टिक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर काम कर रहे हैं।
- उन्होंने भारत-प्रशांत पर अपनी प्रतिबद्धताओं पर प्रकाश डाला।
- दोनों नेता भारत के भविष्य के लड़ाकू विमान की आवश्यकता पर सरकार से सरकार के सहयोग का निर्माण करने पर सहमत हुए।
- वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, G20, UNFCCC, WTO, IMF, World Bank आदि में सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए।
- वे देशों के थिंक टैंकों के बीच ट्रैक 5 और ट्रैक 2 संवाद को बढ़ावा देने के लिए सहमत हुए।
- वे हिंद महासागर रिम एसोसिएशन ढांचे में जुड़ाव को बढ़ावा देंगे।
- 2022 तक व्यापक प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी को लागू करने के लिए दोनों देश साथ में कार्य करेंगे। ब्रिटेन ने एक नई कौशल आधारित आव्रजन नीति को अपनाया है।
- यूके-इंडिया यंग एंटरप्रेन्योरशिप फोरम (UK-India Young Entrepreneurship Forum) लॉन्च लांच किया जायेगा।
- “India-UK Together” (SAATH-SAATH) को लागू किया जायेगा।यह एक संयुक्त सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम है।
- GIFT सिटी के विकास में तेजी लाने के लिए सहयोग को बढ़ावा दिया जायेगा।
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