DDoS Attack क्या है?

हाल ही में DDoS के हमले के कारण बेल्जियम सरकार की साइट्स ऑफ़लाइन हो गयी थीं। देश के सार्वजनिक क्षेत्र के कई सरकारी साइटों और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को DDoS ने बुरी तरह से प्रभावित किया।

DDoS क्या है?

DDoS का अर्थ Distributed Denial of Service है। यह एक साइबर खतरा है जो टारगेट सर्वर के सामान्य ट्रैफिक को बाधित करने का प्रयास करता है। यह मैलवेयर संक्रमित उपकरणों के नेटवर्क को नियंत्रित करके किया जाता है।

बेल्जियम में क्या हुआ था?

मालवेयर को बेलनेट नेटवर्क (Belnet Network) में भेजा गया था। यह नेटवर्क सरकारी वेबसाइटों, पुलिस सेवाओं और सरकारी विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों को होस्ट करता है। इस नेटवर्क के मालवेयर वायरस से संक्रमित होने के बाद, पूरे नेटवर्क को रिमोटली नियंत्रित किया गया था।

DDoS काम कैसे करता है?

यह हमला इंटरनेट से जुड़े उपकरणों के एक नेटवर्क के साथ किया जाता है। मैलवेयर को सबसे पहले कंप्यूटर और अन्य उपकरणों के नेटवर्क को संक्रमित करने के लिए भेजा जाता है। इन संक्रमित उपकरणों और कंप्यूटर को बॉट्स कहा जाता है। DDoS में ऐसे बॉट्स के समूह को बोटनेट कहा जाता है।

DDoS हमले में सबसे पहले एक बोटनेट स्थापित किया जाता है। अब हमलावर बॉटनेट में प्रत्येक बॉट को सीधे निर्देश भेजने में सक्षम हो जाता है। बॉट तब टारगेट आईपी एड्रेस पर अनुरोध भेजता है। इसके बाद सर्वर बड़ी मात्रा में अनुरोध को प्रोसेस करने में अक्षम हो जाता है और सामान्य ट्रैफिक के लिए सेवा से वंचित हो जाती है।

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