चीन ने याओगान (Yaogan) उपग्रहों को लांच किया

चीन ने हाल ही में Xichang उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से चांगसी 2C रॉकेट (Changsei 2C rocket) लॉन्च किया। यह एक याओगान उपग्रह (Yaogan satellite) है। यह उपग्रह पिछले सात समूहों में शामिल हो गया है जो 2017 के बाद लॉन्च किए गए थे। इस उपग्रह का उपयोग विद्युत चुम्बकीय पर्यावरण सर्वेक्षण (electromagnetic environmental surveys) और अन्य संबंधित तकनीकी परीक्षणों के लिए किया जाना है।

लॉन्च के बारे में

  • चीन नेअपने लॉन्ग मार्च 2 सी में तीन याओगान-30 उपग्रह और तियान्की-12 उपग्रह लॉन्च किए। इसे गोबी रेगिस्तान में जियुक्वान लॉन्च सेंटर (Jiuquan Launch Centre) से लॉन्च किया गया था।
  • याओगान -30 मिशन से पहले, योगान -34 उपग्रह लॉन्च किया गया था।
  • चीन 2021 में 40 उपग्रह लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
  • मई 2021 में, तियानझू -2 कार्गो (Tianzhou-2 Cargo) और रीफ्यूलिंग स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया जायेगा।यह तियांगोंग स्पेस स्टेशन (Tiangong Space Station) का एक हिस्सा है।

याओगान  उपग्रह

यह चीनी टोही उपग्रहों (Reconnaissance satellites) की एक श्रृंखला है। टोही उपग्रह सैन्य या खुफिया कार्य के लिए तैनात जासूसी उपग्रह होते हैं। हालांकि, चीन का  दावा है कि याओगान उपग्रह को भूमि सर्वेक्षण, फसल उपज मूल्यांकन, वैज्ञानिक प्रयोग और आपदा निगरानी के लिए लॉन्च किया जा रहा है।

हालिया गतिविधियाँ

  • अप्रैल 2021 में, चीन ने तियानहे अंतरिक्ष स्टेशन कोर मॉड्यूल लॉन्च किया।
  • मई 2021 में, यह हिंद महासागर में गिर गया

कई देशों ने इसके खिलाफ चिंता जताई क्योंकि गिरते रॉकेट को ठीक से ट्रैक नहीं किया गया था। चीन अपने गिरने वाले रॉकेट के बारे में दुनिया को सूचित करने में पारदर्शी नहीं था। यह राकेट मालदीव के पास हिंद महासागर गिरा। यह दुनिया के सबसे भारी उपग्रहों में से एक था।

तियांगोंग कार्यक्रम (Tiangong Programme)

यह एक चीनी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य मॉड्यूलर स्पेस स्टेशन बनाना है। Tiangong-1 2011 में चीन द्वारा शुरू की गई पहली अंतरिक्ष प्रयोगशाला थी। बाद में Tiangong-2 को 2016 में लॉन्च किया गया था।

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