क्यासानूर वन रोग (Kyasanur Forest Disease) क्या है?

हाल ही में, शोधकर्ताओं ने क्यासानूर वन रोग (KFD) के तेजी से निदान के लिए अत्यधिक संवेदनशील होने के लिए एक नया point-of-care test खोजा है, जो भारत में एक नई सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या और चुनौती के रूप में उभर रहा है।

प्वाइंट-ऑफ-केयर टेस्ट

ICMR-National Institute of Virology द्वारा यह पॉइंट-ऑफ-केयर टेस्ट विकसित किया गया है। यह KFD के निदान (diagnosis) के लिए फायदेमंद होगा, जिसे मंकी फीवर (monkey fever) भी कहा जाता है। यह बुखार आमतौर पर दूरदराज के क्षेत्रों में फैलता है जहां सैंपल हैंडलिंग और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं की कमी होती है। इस प्रकार, पॉइंट-ऑफ-केयर टेस्ट रोगी को जल्दी से प्रबंधित करेगा और वायरस के आगे प्रसार को नियंत्रित करेगा।

क्यासानूर वन रोग (Kyasanur Forest Disease) क्या है?

यह रोग कीट-जनित वायरल रक्तस्रावी बुखार (tick-borne viral haemorrhagic fever) है जो भारत के दक्षिण-पश्चिमी भाग के लिए स्थानिक है। यह फ़्लैविविरिडे (Flaviviridae) परिवार के एक वायरस के कारण होता है। KFD वायरस के भंडार के रूप में कार्य करते हुए, संक्रमित हार्ड टिक (infected hard ticks) के काटने से मनुष्यों में वायरस फैलता है।

KFD वायरस (KFDV)

यह एक विशिष्ट फ्लेविवायरस (flavivirus) है जिसका व्यास 40-60 nm है। KFDV के जीनोम में सिंगल-स्ट्रैंडेड और पॉजिटिव-सेंस RNA के 10,774 न्यूक्लियोटाइड होते हैं जो सिंगल पॉलीप्रोटीन को एनकोड करते हैं। KFDV का जीनोम अलखुरमा हेमोरेजिक फीवर वायरस (Alkhurma Hemorrhagic Fever Virus) के समान है, जो सऊदी अरब में पाया गया था।

यह वायरस कैसे फैलता है?

KFD वायरस के लिए बंदर मुख्य मेजबान (hosts) हैं।

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